जयपुर. राजस्थान में महात्मा गांधी सेवा प्रेरकों की भर्ती के बहाने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है. जयपुर में मीडिया से बातचीत में महेश जोशी ने कहा कि आज पूरी दुनिया महात्मा गांधी को मान रही है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार उन्हें भुलाने में लगी है. केंद्र सरकार आज भी यह प्रयास कर रही है कि आजादी की लड़ाई से युवाओं को कैसे तोड़ा जाए.
महात्मा गांधी सेवा प्रेरकों की भर्ती को लेकर उन्होंने कहा कि यह भर्तियां केवल महंगाई राहत शिविरों की जानकारी देने के लिए या सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए नहीं हैं. महात्मा गांधी के विचारों को घर-घर तक पहुंचाने का काम ये प्रेरक करेंगे. राजस्थान सरकार की तरफ से इनकी भर्ती की जाएगी और हर महीने 4500 रुपए मानदेय दिया जाएगा. जब ये प्रेरक घर-घर जाएंगे तो निश्चित रूप से लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी भी देंगे. जिन लोगों के लिए यह योजनाएं बनाई गई हैं, उन्हें इनका फायदा मिलेगा और कोई भी पात्र व्यक्ति इनसे वंचित नहीं रहेगा.
स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान भुलाने का प्रयास : महेश जोशी ने कहा कि महात्मा गांधी के विचारों का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है. हर साल दो अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र की ओर से अहिंसा दिवस मनाया जाता है, लेकिन केंद्र सरकार आज भी उन्हें भुलाने का प्रयास कर रही है. स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को भुलाने की कोशिश कर रही है. आजादी की लड़ाई में सबसे ज्यादा योगदान महात्मा गांधी और उनके विचारों का रहा है.
यह मुख्यमंत्री का महत्वपूर्ण कदम : महेश जोशी ने कहा कि इन प्रेरकों की भर्ती मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक महत्वपूर्ण कदम है. इससे महात्मा गांधी के विचार घर-घर तक पहुंचेंगे और आमजन को सरकारी योजनाओं का फायदा भी मिलेगा. बेरोजगारी देश की एक बड़ी समस्या है, इसलिए युवाओं के लिए जब भी रोजगार का कोई मौका मिलता है तो उसके लिए बड़ी बात होती है. पहले भी कई सारी ऐसी योजनाएं चली हैं, जिनमें युवाओं को मानदेय दिया जाता है.