जयपुर. राजस्थान में साल 2023 चुनावी साल होने की वजह से राजनैतिक दल लगातार विभिन्न मुद्दों को लेकर सक्रिय होते नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को बहुजन समाज पार्टी की ओर से जयपुर में एक पैदल मार्च निकाला गया. शहीद स्मारक से लेकर सिविल लाइंस फाटक तक निकाले इस पैदल मार्च में बहुजन समाज पार्टी कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर शिरकत की.
बसपा का दावा है कि प्रदेश भर से आए कार्यकर्ताओं ने इस दौरान राजधानी में प्रदेश में बढ़ रहे दलित उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई. इन कार्यकर्ताओं का कहना था कि राजस्थान में दलित, अल्पसंख्यक, आदिवासी समुदाय पर लगातार अत्याचार बढ़ रहा है. वे सब यहां जमा होकर उसी का विरोध कर रहे हैं. इस दौरान बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा भी मौजूद रहे. पैदल मार्च के बाद बसपा कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइन फाटक पर राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा. इस 10 सूत्रीय ज्ञापन में राजस्थान में दलितों के उत्पीड़न, अल्पसंख्यकों पर बढ़ रहे अत्याचार की घटनाओं, कमजोर वर्ग पर दबाव के साथ-साथ महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ कांग्रेस सरकार की नाकामी को लेकर विरोध जताया गया.
बसपा बनेगी सत्ता में भागीदार : बहुजन समाज पार्टी के सादुलपुर से पूर्व विधायक मनोज सिंह न्यांगली ने इस पैदल मार्च के दौरान राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को फेल बताया. उन्होंने बताया कि कैसे विभिन्न वर्ग फिलहाल परेशान है और सरकार ने अपने वादों के मुताबिक काम नहीं किया. न्यांगली ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी पर हमेशा चुनावी साल में सक्रिय होने के आरोप लगते रहे थे, परंतु वह बीते 5 वर्षों से न सिर्फ प्रदेश में बल्कि देश भर में अलग-अलग मुद्दों को लेकर अपनी आवाज को मुखर करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी की वजह से जनता इस बार बहुजन समाज पार्टी का चुनाव करेगी और वह राजस्थान की सत्ता में बराबर की भागीदारी निभाएंगे. उन्होंने दावा किया कि बसपा प्रदेश की तमाम 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.