जयपुर. इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के कैंप में सहायक प्रोग्रामर के साथ गालीगलौच और हाथापाई करने का मामला गरमा गया है. इस मामले को लेकर सूचना सहायकों ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना कैंप का बहिष्कार कर दिया. इसके चलते जयपुर जिले के इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के कैंप प्रभावित हुए. आक्रोशित कर्मचारियों ने शुक्रवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में नारेबाजी भी की.
दरअसल, गुरुवार को एक इंदिरा गांधी योजना के कैम्प में काम करते समय पुलिस के एएसआई राकेश ने सहायक प्रोग्रामर मुकेश कुमार मीणा के साथ गालीगलौच और हाथापाई की. इससे आईटी कर्मचारियो में आक्रोश व्याप्त हो गया. इस मामले को लेकर राजस्थान अधीनस्थ कर्मचारी संघ जयपुर के बैनर तले जयपुर के सूचना सहायकों ने इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना कैम्प का बहिष्कार कर दिया. यह सारा मामला राजकीय माध्यमिक विद्यालय लबाना आमेर पंचायत समिति का है.
कर्मचारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. सूचना सहायकों के कैम्प के बहिष्कार के कारण कैम्प में फोन लेने के लिए आने वाले लाभार्थियों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा. राजस्थान अधीनस्थ कंप्यूटर कर्मचारी संघ जयपुर के जिला अध्यक्ष सुभाष यादव ने बताया कि 2 दिन से सर्वर व्यस्त होने के कारण कैम्प में ओटीपी प्राप्त नहीं होने के कारण केवाईसी नहीं हो पा रही. जिससे कैंप में फोन लेने वालों की भीड़ बढ़ गई और अव्यवस्था हो गई.
कैम्प में भीड़ बढ़ने का दोष एएसआई राकेश ने मुकेश कुमार मीणा को दिया और उसके साथ गालीगलौच कर हाथापाई की. यादव ने कहा कि एएसआई राकेश ने कर्मचारियों पर पैसे लेकर मोबाइल देने का आरोप भी लगाया जो सरासर गलत है. उन्होंने बताया कि सूचना सहायक मुकेश कुमार मीणा से मारपीट होने से सभी आईटी कर्मचारियों में रोष है. इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना है. इसमें आईटी कर्मचारियों की ओर से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है, लेकिन पुलिस प्रशासन की कार्यशैली से आईटी कर्मचारियों में आक्रोश है. यादव ने कहा कि कैम्प में भीड़ को नियंत्रित करना पुलिस का काम है और यदि वहां कोई अव्यवस्था होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस की बनती है.
सुभाष यादव ने कहा कि अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम दिनेश कुमार शर्मा के साथ शुक्रवार को हमारी वार्ता हुई है और उन्होंने एक कमेटी बनाई है जो इस पूरे मामले की जांच करेगी. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को कैंप का पूरी तरह से बहिष्कार किया जाएगा. शनिवार को आईटी कर्मचारी कैंप में अपनी सेवाएं देंगे, लेकिन यदि रविवार तक जांच रिपोर्ट नहीं आती है और एएसआई राकेश को निलंबित नहीं किया जाता है, तो पूरे प्रदेश के सूचना सहायक सोमवार से सभी इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना कैंप का बहिष्कार करेंगे. सुभाष यादव ने कहा कि हमारी मांग यही है कि एएसआई राकेश को निलंबित किया जाए और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए कैम्प में पर्याप्त पुलिस जाता तैनात किया जाए. कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी एडीएम प्रथम दिनेश कुमार शर्मा को दिया.