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लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुटी बीजेपी, पीएम विश्वकर्मा योजना जरिए जनता के बीच में जाएगी भाजपा

विधानसभा चुनाव के बाद अब भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. इसी कड़ी में केंद्र की योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए मंगलवार को जयपुर में बीजेपी कार्यालय पर एक कार्यशाला आयोजित की गई. इसमें प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष, महामंत्री और ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्षों को जानकारी दी गई.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 19, 2023, 8:05 PM IST

विश्वकर्मा योजना के संयोजक प्रभुलाल सैनी
विश्वकर्मा योजना के संयोजक प्रभुलाल सैनी
लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुटी बीजेपी

जयपुर. विधानसभा चुनावों में मिली जीत के बाद भाजपा अब लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई है. केंद्र सरकार की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए संगठन विशेष अभियान चलाएगा. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ पहुंचाने के लिए बीजेपी विशेष अभियान चलाने जा रही है. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक हजार शिल्पकारों को इस योजना से जोड़ने का काम किया जाएगा ताकि आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी को फायदा मिल सके. इस अभियान को लेकर बीजेपी मुख्यालय में कार्यशाला हुई. विश्वकर्मा योजना के संयोजक प्रभुलाल सैनी की अध्यक्षता में हुई इस कार्यशाला मे जिला अध्यक्ष, महामंत्री और ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष मौजूद रहे.

पांच लाख दस्तकारों और कारीगरों को जोड़ने का लक्ष्य : कार्यशाला के दौरान ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्षों और जिला महामंत्रियों को प्रदेशभर से पांच लाख दस्तकारों और कारीगरों को इस योजना से जोड़ने के लक्ष्य को लेकर चलने का आह्वान किया गया. जिसमें प्रत्येक ग्राम पंचायत से 50 दस्तकारों और कारीगरों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में 18 पारंपरिक ट्रेड के कारीगरों को आर्थिक आत्मनिर्भर बनाने के विजन पर काम किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें-राजस्थान विधानसभा का पहला सत्र कल से, नवनिर्वाचित विधायक लेंगे शपथ, नए अध्यक्ष का भी होगा चुनाव

प्रभुलाल सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दूर दृष्टि के नेता हैं, और इसी वजह से उनकी लोकप्रियता हर दिन बढ़ रही है. कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने आजादी के बाद जो आर्थिक रोडमैप बनाया उसमें हमारे पारंपरिक व्यवसायों, लघु उद्योग, कुटीर उद्योग और किसानों को कौशल से दूर करने का प्रयास किया. वहीं दूसरी ओर सरदार पटेल, लाल बहादुर शास्त्री, डॉ. भीमराव अंबेडकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नवनिर्माण और पुननिर्माण पर बल दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वकर्मा जयंती पर पारंपरिक व्यवसायों को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है, पंडित दीनदयाल उपाध्याय की संकल्पना सामर्थ्य और समृद्धि को साकार करने की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी हर दिन काम कर रहे हैं.

प्रभुलाल सैनी ने कहा कि प्रदेश, जिलों और ग्राम पंचायत स्तर पर इसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किये जाएंगे. भाजपा गरीब समर्थक दल है और प्रधानमंत्री गरीब समर्थक नेता हैं. इसलिए उन्होने गांव के उस छोटे कामगार दस्तकार और कारीगर को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहल की है.

लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुटी बीजेपी

जयपुर. विधानसभा चुनावों में मिली जीत के बाद भाजपा अब लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई है. केंद्र सरकार की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए संगठन विशेष अभियान चलाएगा. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ पहुंचाने के लिए बीजेपी विशेष अभियान चलाने जा रही है. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक हजार शिल्पकारों को इस योजना से जोड़ने का काम किया जाएगा ताकि आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी को फायदा मिल सके. इस अभियान को लेकर बीजेपी मुख्यालय में कार्यशाला हुई. विश्वकर्मा योजना के संयोजक प्रभुलाल सैनी की अध्यक्षता में हुई इस कार्यशाला मे जिला अध्यक्ष, महामंत्री और ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष मौजूद रहे.

पांच लाख दस्तकारों और कारीगरों को जोड़ने का लक्ष्य : कार्यशाला के दौरान ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्षों और जिला महामंत्रियों को प्रदेशभर से पांच लाख दस्तकारों और कारीगरों को इस योजना से जोड़ने के लक्ष्य को लेकर चलने का आह्वान किया गया. जिसमें प्रत्येक ग्राम पंचायत से 50 दस्तकारों और कारीगरों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में 18 पारंपरिक ट्रेड के कारीगरों को आर्थिक आत्मनिर्भर बनाने के विजन पर काम किया जाएगा.

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प्रभुलाल सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दूर दृष्टि के नेता हैं, और इसी वजह से उनकी लोकप्रियता हर दिन बढ़ रही है. कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने आजादी के बाद जो आर्थिक रोडमैप बनाया उसमें हमारे पारंपरिक व्यवसायों, लघु उद्योग, कुटीर उद्योग और किसानों को कौशल से दूर करने का प्रयास किया. वहीं दूसरी ओर सरदार पटेल, लाल बहादुर शास्त्री, डॉ. भीमराव अंबेडकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नवनिर्माण और पुननिर्माण पर बल दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वकर्मा जयंती पर पारंपरिक व्यवसायों को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है, पंडित दीनदयाल उपाध्याय की संकल्पना सामर्थ्य और समृद्धि को साकार करने की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी हर दिन काम कर रहे हैं.

प्रभुलाल सैनी ने कहा कि प्रदेश, जिलों और ग्राम पंचायत स्तर पर इसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किये जाएंगे. भाजपा गरीब समर्थक दल है और प्रधानमंत्री गरीब समर्थक नेता हैं. इसलिए उन्होने गांव के उस छोटे कामगार दस्तकार और कारीगर को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहल की है.

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