जयपुर. जोधपुर के ओसियां विधानसभा के चिरई गांव में 6 महीने के अबोध समेत 4 लोगों की सामूहिक हत्या के मामले में सरकार ने अपना जवाब विधानसभा में रखा. मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि अब तक जो अनुसंधान हुआ है, उसमें ही सामने आया है कि हत्या पप्पूराम ने की है, जो मृतक पुनाराम का सगा भतीजा है. इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि क्या एक नाबालिग को पकड़ने पर सारे मुलजिम पकड़े गए. मामले को लेकर भाजपा ने सदन से वॉकआउट किया.
मंत्री धारीवाल ने कहा कि पप्पूराम ने जमीनी विवाद और आरोपी पप्पू राम के पिता की 6 महीने पहले सूरत में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की रंजिश के चलते इस घटना को अंजाम दिया है. मंत्री धारीवाल ने कहा कि इस घटना की गंभीरता को देखते हुए न केवल जोधपुर महानिरीक्षक और जोधपुर पुलिस अधीक्षक बल्कि जोधपुर कलेक्टर संभागीय आयुक्त व अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. मौके पर एफएसएल की टीम, अनुसंधान अधिकारी, साइंटिफिक तरीके से अनुसंधान कर साक्ष्य एकत्रित कर रहे हैं. मृतकों का मौके पर ही मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया है.
विपक्ष ने किया सदन से वाकआउटः सरकार की ओर से जवाब आने के बाद जब नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने अपनी बात इस मामले पर रखना शुरू किया, तो उन्हें सभापति राजेंद्र पारीक ने रोकते हुए कहा कि इस विषय पर केवल सरकार का जवाब आना था. चर्चा नहीं होनी थी. इस पर सदन में हंगामा हुआ और राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि अगर विधानसभा में प्रतिपक्ष की तरफ से सवाल नेता प्रतिपक्ष होकर मैं नहीं कर पाऊंगा, तो फिर हम कहां जाएंगे. यह लोकतंत्र को छोटा करने की बात है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान की कानून-व्यवस्था चरमराई हुई है. आम आदमी दहशत में जिंदगी जी रहा है. राजेंद्र राठौड़ ने अपने दल के साथ यह कहते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया कि यह पहली घटना नहीं बल्कि इस तरह की लोमहर्षक घटना रोज राजस्थान में घटित हो रही है. उन्होंने सवाल खड़े किए कि जब सुबह 4ः30 बजे की घटना थी, तो पुलिस कितने घंटे बाद वहां पहुंची थी. एक नाबालिग बच्चे को गिरफ्तार करके क्या सारे मुलजिम गिरफ्तार हो गए, हम इस जवाब से असंतुष्ट हैं.