जयपुर. विधानसभा में शुक्रवार को शून्यकाल के दौरान अवैध बजरी खनन और बजरी माफिया का मुद्दा सदन में गूंजा. शून्यकाल में भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने प्रदेश में अवैध रूप से हो रहे बजरी खनन का मामला उठाया. जिसपर पूरे सदन में हंगामा मच गया. उन्होंने पुलिस प्रशासन से लेकर राजनेताओं तक का बजरी माफियाओं से गठजोड़ होने का आरोप तक लगा डाला. सीपी जोशी ने हंगामे को देखते हुए आधे घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
राजेन्द्र राठौड ने सदन में कहा कि आज प्रदेश में बजरी माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वो सरेआम इसका विरोध करने वाले लोगों को कुचल कर मौत के घाट उतार दे रहे हैं. राठौड़ ने कहा की अवैध खनन के चक्कर में धौलपुर के घड़ियाल प्रजनन का अभियान खत्म हो रहा हैं. राठौड़ ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन और राजनेताओं के गठजोड़ के चलते राजधानी जयपुर में रोजाना 6 करोड़ की अवैध बजरी का परिवहन हो रहा हैं.
आगे उन्होंने कहा कि टोंक सवाई माधोपुर से रोजाना भी 10 करोड़ रुपए की बजरी का अवैध खनन और परिवहन राजस्थान के अलग-अलग शहरों में हो रहा हैं. हालांकि सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने इन आरोप का खंडन किया. इन सब बातो को लेकर सदन में हंगामा मच गया. हंगामा इतना ज्यादा हो गया कि स्पीकर को सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. वहीं भाजपा विधायकों ने सरकार से जवाब नहीं मिलने की बात कहते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया.