जयपुर. समान काम समान वेतन की मांग को लेकर पिछले 45 दिन से प्रदेश के मंत्रालयिक कर्मचारियों का महापड़ाव जारी है. सरकार से संवाद नहीं होने के चलते अब कर्मचारियों का धैर्य भी टूटने लगा है. हालत यह है कि मंगलवार को महापड़ाव में बैठे एक कर्मचारी को दिल का दौरा पड़ा, जिसकी वजह से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. कर्मचारियों की बिगड़ती तबीयत के बीच अब विपक्ष में बैठी बीजेपी ने मंत्रालयिक कर्मचारियों को समर्थन दिया है.
दो महीने से सरकार की आंखे बंदः रामलाल शर्मा ने कहा कि पिछले दो महीने से लगातार मंत्रालयिक कर्मचारी हड़ताल पर हैं और अपनी विभिन्न मांगो को लेकर संघर्ष करते हुए मानसरोवर में महापड़ाव डाले हुए हैं. तेज धूप में लगातार संघर्ष कर रहे हैं और बारिश और अंधड़ के अंदर कई बार इनका टेंट भी उखड़ चुका है. इसके बावजूद भी वो अपनी मांगां को लेकर धरना स्थल पर बैठे हुए हैं. सरकार के कई मंत्री भी अनशन को तुड़वाने के लिए धरना स्थल पर जाकर तीन दिन में मांगें पूरी करने का आश्वासन दे चुके हैं. हालांकि इनकी मांगें पूरी नहीं हुई हैं.
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महापड़ाव में शामिल कर्मचारियों के हार्ट अटैक: बता दें कि राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ का महापड़ाव आज 45वें दिन भी जारी रहा. मंगलवार को महापड़ाव स्थल पर एक कर्मचारी को हार्ट अटैक आने से पास ही निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां कर्मचारी का इलाज किया जा रहा है. महासंघ ने आरोप लगाया है कि इससे पहले भी महापड़ाव के चलते 5 कर्मचारी मृत्यु के शिकार हो चुके हैं और एक कर्मचारी को पेरेलाईस अटैक हो चुका है. इन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी सरकार मंत्रालयिक कर्मचारियों की सुध नहीं ले रही है और लगातार संघर्ष करने के लिए मजबूर कर रही है.