जयपुर. विधानसभा चुनाव के परिणाम आने में अभी चार दिन शेष हैं, लेकिन कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के बीच वाकयुद्ध चरम पर है. इसी कड़ी में बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर हमला, जिसके बाद भाजपा की ओर से पलटवार किया गया. पार्टी के चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया ने सीएम के बयान पर हमला बोलते हुए कहा, ''कांग्रेस के नेताओं के बयानों में अब निराशा झलक रही है. परिणाम से पहले ही कांग्रेस में हताशा छा गई है. आलम यह है कि मौजूदा सरकार के मुखिया अब कह रहे हैं कि लोकतंत्र में जनता का फैसला सर्वोपरि होता है. ऐसे में सीएम के इस बयान से यह साफ हो गया है कि राज्य में अगली सरकार भाजपा बनाने जा रही है.''
कांग्रेस में छाई निराशा : पंचारिया ने आगे दावा किया कि राजस्थान में भाजपा की प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा, ''ये अब कांग्रेस के नेताओं के बयानों में झलक रही निराशा से भी समझा जा सकता है, क्योंकि कहीं न कहीं कांग्रेस ने अपनी हार स्वीकार कर ली है.''
इसे भी पढ़ें - कौन बनेगा राजस्थान का मुख्यमंत्री ? कांग्रेस में तीन चेहरे तो भाजपा में लगी लंबी कतार!
भाजपा की जीत तय : नारायण पंचारिया ने कहा, ''मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान में लोकतंत्र का हवाला देते हुए जनता के फैसले को सर्वोपरि बता रहे हैं. इस बयान में कांग्रेस की हताशा और निराशा झलक रही है. साथ ही गहलोत सरकार के अन्य मंत्री भी इसी तरह के बयान दे रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस की हार और भाजपा की जीत लगभग-लगभग तय हो गई है.''
जनता ने भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के खिलाफ किया मतदान : आगे उन्होंने कहा, ''प्रदेश की जनता ने पिछले पांच सालों तक बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, महिला उत्पीड़न और तुष्टिकरण का दंश झेला हैं. ऐसे में जनता ने कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया था. यही वजह है कि इस बार के चुनाव में रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग हुई.
इसे भी पढ़ें - राजस्थान के रण में किसके सिर सजेगा मारवाड़ की सियासत का ताज ?
90 नहीं 50 से भी नीचे रहेगी कांग्रेस : संयोजक नारायण पंचारिया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के 90 सीटों वाले बयान को गलतफहमी करार देते हुए कहा, ''प्रदेश की जनता की ओर से किए गए मतदान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष की गलतफहमी दूर हो जानी चाहिए. पहले वो 156 प्लस की बात कर रहे थे, लेकिन वोटिंग के बाद सीधे 90 पर आ गए हैं. खैर, हकीकत यह है कि कांग्रेस 90 सीट नहीं, बल्कि 50 से भी नीचे रहेगी.''