जयपुर: प्रदेश के लाखों किसानों को अपने बाजरे की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर बेचने का इंतजार है लेकिन राजस्थान में एमएसपी पर बाजरे (MSP on Millet) की खरीद अब तक शुरू नहीं हो पाई. इसका कारण अनुशंसा पत्र को ठहराया जा रहा है.
कहा जा रहा है कि चूंकि प्रदेश सरकार ने इस संबंध में केंद्र सरकार (Central Government) को अब तक अनुशंसा पत्र (Letter Of Recommendation) नहीं भेजा है सो किसानों को असुविधा झेलनी पड़ रही है. इस मुद्दे को अब प्रदेश भाजपा नेता (BJP) ने भुनाना शुरू कर दिया है. पार्टी ने केंद्र सरकार को जल्द ही इस संबंध में अनुशंसा पत्र भेजने की मांग की है.
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हितैषी सरकार खुद को साबित करे
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्य प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma Of Bjp) ने गहलोत सरकार को इशारों इशारों में दिखावा करने वाली सरकार करार दिया है. शर्मा ने कहा- सरकार कहती है कि हम किसानों के हितैषी हैं और किसानों के हित में काम करते हैं.
सवाल किया है कि अगर सरकार अपने किसान हितैषी बयान पर अडिग है तो फिर आज प्रदेश के लाखों किसान किस इंतजार में है. वो इंतजार कर रहे हैं कि सरकार एमएसपी के ऊपर बाजरे की खरीद करे.
दावा किया- भारत सरकार बाजरे की खरीद एमएसपी (MSP On Millet) पर करने को तैयार है, लेकिन जब तक राज्य सरकार का अनुशंसा पत्र (Letter Of recommendation) भारत सरकार (Center) के पास नहीं जाएगा, तब तक यह एमएसपी (MSP On Bajra) पर खरीद नहीं हो सकती.
सरकार तुरंत लिखे केन्द्र को खत!
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने अपनी पार्टी का मंतव्य जाहिर किया. भाजपा को किसानों की भलाई के प्रति समर्पित साबित करने की कोशिश की. कहा कि- भाजपा चाहती है कि अविलंब राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) बाजरे की खरीद करने के लिए भारत सरकार को अनुशंसा पत्र भेजें ताकि एमएसपी (MSP) पर बाजरे की खरीद हो सके और लाखों किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) का लाभ मिल सके.