जयपुर. बीजेपी प्रदेश में सत्ता वापसी के लिए एक बार फिर परिवर्तन यात्रा शुरू कर रही है, लेकिन इस बार यात्रा एक नहीं बल्कि चार होगी और उसमें एक नहीं बल्कि सामूहिक नेतृत्व होगा. इन चारों यात्राओं को अलग-अलग दिन रवाना किया जाएगा, जिसकी सम्भवतः 2 सितंबर से शुरुआत होगी. बताया जा रहा है कि पहली यात्रा त्रिनेत्र गणेश मंदिर से रवाना होगी, जिसकी शुरुआत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे.
इसके बाद बेणेश्वर धाम, रामदेवरा और गोगामेड़ी से बाकी यात्रा निकालने की संभावना है, जिन्हें केंद्र से बड़े नेता रवाना करेंगे. इन यात्राओं के समापन पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी के मौके पर 25 सितंबर को जयपुर के धानक्या में पीएम मोदी की सभा के साथ होगा.
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इन विधानसभाओं में बांटा गया : विधानसभा चुनावों में अब महज तीन महीने का समय शेष बचा है. ऐसे में बीजेपी की और से चुनावी रणनीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है. बीजेपी ने मिशन 2023 को फतेह करने के एक बार फिर परिवर्तन यात्रा के साथ आगे बढ़ रही है. चार परिवर्तन यात्रा के जरिए बीजेपी सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्येक गांव तक पहुंचने की कोशिश में है. 200 विधानसभा सीटों चारों यात्राओं में बांटा गया है, जिसमें त्रिनेत्र गणेश मंदिर से रवाना होने वाली यात्रा में 47 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचेगी. जबकि बेणेश्वर धाम वाली यात्रा 52, रामदेवरा 51 और गोगामेड़ी 50 विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी.
एक चेहरा नहीं होगा : परिवर्तन यात्रा के लिए पार्टी की ओर से रथ तैयार किए जा रहे हैं. ये रथ प्रदेश की सभी 200 विधानसभा के हर ब्लॉक तक जाएगी. इस बार इस परिवर्तन यात्रा में किसी एक नेता को कमान नहीं दी जा रही है. अब तक की तैयार प्लान के अनुसार चारों परिवर्तन यात्रा को भाजपा के बड़े नेता रवाना करेंगे, लेकिन प्रदेश में किसी भी एक नेता को यात्रा की कमान नहीं देंगे. सामूहिक नेतृत्व में यात्राएं निकलेंगी. सभी नेता सभी यात्राओं में मौजूद रहेंगे.