जयपुर. दिसम्बर माह में एक ओर गहलोत सरकार अपने 4 साल पूरे होने पर जश्न मनाएगी तो वहीं दूसरी ओर अगले साल के विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी बूथ स्तर तक अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए खाका तैयार कर लिया है. बीजेपी 1 दिसम्बर से जिस रथ के साथ जन आक्रोश यात्रा निकालने जा रही वो तैयार (Jan Aakrosh Yatra Chariot ready) हो गया है. गहलोत सरकार के खिलाफ आंदोलन का आगाज 26 नवम्बर से होगा. सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में बूथ स्तर तक बीजेपी जन आक्रोश यात्रा के जरिये 3 लाख पार्टी कार्यकर्ताओं को जोड़ेगी.
आक्रोश यात्रा रथ पहुंचा पार्टी मुख्यालय
गहलोत सरकार खिलाफ जन आक्रोश यात्रा (BJP Jan Aakrosh Yatra against Gehlot government) जिस रथ पर सवार होकर निकलेगी वह तैयार होकर भाजपा मुख्यालय पहुंच गया है. अब इस रथ पर पार्टी के झंडे लगाए जाएंगे. भगवा रंग में तैयार इस रथ पर लाउडस्पीकर लगाए गए हैं ताकि जन सभा को संबोधित किया जा सके. 29 नवम्बर को जयपुर में प्रदेश स्तरीय रथ यात्रा की लॉन्चिंग की जाएगी, जिसके बाद 30 नवम्बर को जिलों में और फिर 1 दिसंबर को सभी 200 विधानसभा क्षेत्र में रथ यात्राएं निकलनी शुरू हो जाएंगी. यात्रा 60 हजार किमी का सफर तय करेगी.
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संगठन महामंत्री ने संभाली कमान
सभी 33 जिलों की 200 विधानसभा सीटों पर यह जनाक्रोश यात्रा (BJP Jan Aakrosh Yatra) पहुंचेगी जिसमें पार्टी के बड़े नेता शामिल होंगे. संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने यात्राओं का रोड मैप का जिम्मा स्वयं के हाथ में लिया हुआ है. चंद्रशेखर जन आक्रोश यात्रा की पूरी प्लानिंग को अंजाम देने में जुटे हैं. यात्रा के दौरान अलग-अलग स्थानों पर कम से कम 8 से 10 चौपाल और वेलकम पॉइन्ट बनाए जाएंगे और हर एक विधानसभा में 100 से ज्यादा चौपाल बनाई जाएगी. लक्ष्य रखा गया है कि चौपाल के जरिए बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को प्रत्यक्ष रूप से जोड़ा जाए. बताया जा रहा है कि तीन लाख कार्यकर्ताओं को इस जन आक्रोश यात्रा से प्रत्यक्ष रूप से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है.
अप्रत्यक्ष रूप से यह संख्या काफी बढ़ जाती है. जन आक्रोश यात्रा के जरिए बीजेपी प्रत्येक विधानसभा में सरकार की नाकामियों को गिनाएगी. 27 नवंबर को सभी जिलों में बीजेपी नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस सरकार के खिलाफ हल्ला बोल करेंगे और 25 से 30 नवंबर तक सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जाएगा. इसके साथ 1 दिसंबर से जन आक्रोश यात्रा निकलेगी. इसके अलावा 17 दिसंबर को राजस्थान में बीजेपी काला दिवस मनाएगी और ग्राम पंचायत स्तर पर 1 से 10 दिसंबर तक ग्राम चौपाले लगाई जाएगी. जानकारी के मुताबिक बीजेपी 20 दिसंबर तक जन आक्रोश रैली निकालेगी.
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जयपुर में जुटेंगे 3 लाख लोगों
गहलोत सरकार 17 दिसम्बर को 4 साल पूरे होंगे. इसी बीच बीजेपी ने 15 से 17 दिसम्बर के बीच जयपुर में प्रदेश स्तर पर 3 लाख लोगों की भीड़ वाली बड़ी रैली की तैयारियों में है. भीड़ जुटाने के जन आक्रोश रैली के जरिये पार्टी बूथ स्तर तक जाएगी. बूथ स्तर से लोगों की संख्या ज्यादा से ज्यादा जुटे और प्रत्यक्ष रूप से उन्हें जोड़ा जा सके इसके लिए टारगेट दिया गया है. सूत्रों की माने तो पार्टी ने बूथ स्तर तक 3 लाख कार्यकर्ताओं को जोड़ने का लक्ष्य लिया है. राजधानी जयपुर में होने वाली यात्रा में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत केंद्रीय मंत्रियों और सीनियर नेताओं को आमंत्रित किया गया है, लेकिन अभी तक प्रदेश स्तरीय रैली तय नहीं हो सकी है.
ये होंगे जन आक्रोश यात्रा के मुद्दे
जनाक्रोश यात्रा के जरिए बीजेपी के नेता सरकार के कर्ज माफी की घोषणा, बेरोजगारों को रोजगार के वादे, किसानों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की घोषणा और कानून व्यवस्था सहित एक दर्जन मुद्दों पर सरकार के खिलाफ जन-जन तक पहुंचकर नाकामी गिनाएगी. बीजेपी की रणनीति है कि जिन फ्लैगशिप योजनाओं के जरिए सरकार चुनाव में जनता के बीच जाने वाली है, उन योजनाओं की नाकामियों को वह उससे पहले जनता तक पहुंचाएं.
बीजेपी मनाएगी पूरे राजस्थान में काला दिवस
विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम 17 दिसम्बर को गहलोत सरकार की चौथी वर्षगांठ तक राजस्थान में जारी रहेंगे और इसके बाद 17 दिसम्बर को बीजेपी पूरे राजस्थान में काला दिवस मनाएगी. राजस्थान बीजेपी की झुंझुनू में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रस्ताव पारित करने के साथ ही 2023 में कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया था . इसके बाद से बीजेपी के नेता इस जनाक्रोश महीने को सफल बनाने में जुटे हुए हैं.