जयपुर. प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के 1 साल के कार्यकाल पर जहां कांग्रेस और सरकार विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए जनता के बीच अपनी उपलब्धियां गिनाने में जुटी है. वहीं, भाजपा ने विपक्ष के रूप में सरकार के 52 सप्ताह के कार्यकाल पर 52 आरोपों को समाहित करते हुए एक चार्जशीट जारी की.
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में इसे जारी किया. इस दौरान गहलोत सरकार के 1 वर्ष के समारोह में पीसीसी चीफ और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की गैर मौजूदगी को लेकर भी भाजपा ने सवाल खड़े किए और आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार कई धड़ों में बटी हुई है.
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चार्जशीट में लगाए ये आरोप-
चार्जशीट में प्रदेश सरकार के 1 साल के कार्यकाल में बिगड़ती कानून व्यवस्था का जिक्र है, तो वहीं किसान कर्ज माफी के दावों का भी. बेरोजगारी के दावों की हकीकत को लेकर भी इस चार्जशीट में आरोप लगाए गए हैं. प्रदेश में तमाम बड़ी घटनाओं का जिक्र भी इस चार्जशीट में किया गया है जिसके खिलाफ भाजपा ने प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया.
चार्जशीट जारी करने से पहले मीडिया से रूबरू होते हुए पूनिया ने कहा कि प्रदेश सरकार आर्थिक मोर्चे पर भी पूरी तरह विफल रही है. 1 साल में विकास के सारे काम ठप पड़ गए, क्योंकि 50 हजार करोड़ का भुगतान अभी ठेकेदारों को करना बकाया है.
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केवल एक आदमी को दिया रोजगार वो हैं वैभव गहलोत- सतीश पूनिया
सतीश पूनिया ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए सरकार के बेरोजगारी भत्ते को याद दिलाया. पूनिया ने कहा कि प्रदेश सरकार ने केवल एक आदमी को ही रोजगार दिया वो हैं वैभव गहलोत. जबकि, अन्य बेरोजगार अब भी सरकार के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन कर रहे है.
सतीश पूनिया के अनुसार बेरोजगारी भत्ते के लिए आज भी प्रदेश के लाखों बेरोजगार इंतजार कर रहे हैं. सरकार ने अपनी पहली सालगिरह सादगी से मनाने का दावा किया था. लेकिन कृषि विभाग के जरिए ही इसमें एक करोड़ से अधिक खर्च कर दिए गए.