जयपुर. शिक्षा विभाग में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय लिए गए फैसलों को बदलने का सिलसिला जारी है. पाठ्यक्रम में हुए बदलाव के बाद एक बार फिर कांग्रेस सरकार के एक फैसले से पूर्ववर्ती सरकार के पांच निर्णय बदल गए हैं. शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है कि साल 2019-20 का सत्र 1 जुलाई से प्रारंभ होगा. छात्र नियमित रूप से 1 जुलाई से स्कूल आएंगे.
वहीं शिक्षकों को 24 जून से विद्यालयों में उपस्थिति दर्ज करानी होगी. जबकि पूर्ववर्ती सरकार के समय में 19 जून को ही सत्र शुरू हो जाता था. लेकिन इस निर्णय से पूर्ववर्ती सरकार के 5 निर्णय अपने आप बदल गए. सरकार के इस निर्णय का सबसे बड़ा असर ये हुआ कि अब सरकारी विद्यालयों में योग दिवस भी नहीं मनाया जाएगा. पिछली सरकार के समय 21 जून को योग दिवस मनाया जाता था, जिसमें विद्यार्थियों को योग करवाया जाता था. लेकिन अब 1 जुलाई से सत्र खुलने से योग दिवस का कोई औचित्य नहीं रहा. मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी जारी हुए शिविरा पंचांग को लेकर ट्विटर पर ट्वीट किया.
कुछ ऐसे हुआ बदलाव...
- भाजपा सरकार के समय सत्र का समापन 30 अप्रैल को हुआ, जबकि मौजूदा कांग्रेस सरकार ने इसको बदलकर सत्र का समापन समय 16 मई कर दिया.
- भाजपा सरकार के समय 21 जून को योग दिवस मनाया जाता था. लेकिन मौजूदा सरकार के द्वारा सत्र के समय में बदलाव करने से अब ये योग दिवस भी नहीं मनाया जाएगा.
- पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय शीतकालीन अवकाश 25 दिसंबर से 7 जनवरी तक होता था. लेकिन कांग्रेस सरकार ने अवकाश 25 दिसंबर से 31 दिसंबर ही किया.
- भाजपा ने 19 जून को स्कूल खोले तो वहीं कांग्रेस सरकार 1 जुलाई से स्कूल खोलने की तैयारी में है. 24 जून से शिक्षकों को स्कूलों में बुलाया गया है.
- बीजेपी सरकार ने 1 मई से सत्र को शुरू किया तो वहीं कांग्रेस सरकार 1 जुलाई से सत्र शुरू करने जा रही है.