जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, प्रदेश में सियासी सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं. इस बार बीजेपी और कांग्रेस के साथ-साथ कई छोटे राजनीतिक दल भी अपना भाग्य चुनाव मैदान में आजमाने के लिए तैयार हैं. इसी के तहत यूपी में वर्चस्व रखने वाली भीम आर्मी ने रविवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर शंखनाद किया. भीम आर्मी चीफ चंद्र शेखर आजाद ने रविवार को सामाजिक न्याय महासम्मेलन में सभा को संबोधित करते हुए यह ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि दलितों के हक में भीम आर्मी प्रदेश की सभी 200 विधानसभाओं में सभा करेगी.
जयपुर के मानसरोवर में भीम आजाद पार्टी के आह्वान पर सामाजिक न्याय महासम्मेलन हुआ. लोगों को संबोधित करते हुए चंद्र शेखर आजाद ने कहा कि प्रदेश में सभी सरकारों ने आम जनता और दलितों के साथ अन्याय किया है. इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें राजस्थान की जनता नया इतिहास बनाएगी. छात्रसंघ चुनावों को लेकर आजाद ने कहा कि राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव रद्द करना युवाओं और नए नेतृत्व के खिलाफ है. छात्रसंघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी है. राजस्थान की कांग्रेस सरकार केन्द्र सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाती है, लेकिन कांग्रेस सरकार खुद भी ऐसी ही सोच रखती है.
दलितों के साथ हुए जुल्म को भुलाया नहीं जा सकता: उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है. ये सरकार कर्मचारियों के खिलाफ है और आजाद समाज पार्टी सरकार के दमन के खिलाफ है. कांग्रेस सरकार ने एससी-एसटी आयोग तो बनाया, लेकिन उसे ताकतवर नहीं बनाया, इसलिए ये आयोग सिर्फ झुनझुना बनकर रह गया है. थानागाजी और पाली में दलितों के साथ जुल्म हुए, उसको भुलाया नहीं जा सकता.
दोनों राजनीतिक दलों का कच्चा-चिट्ठा खुलेगा : उन्होंने आरोप लगाया कि इसी दलित समाज ने सरकार बनाई, लेकिन सरकार ने इस समाज के लिए कुछ नहीं किया. यदि सरकार दलितों के साथ मजबूती से खड़ी होती तो, किसी ताकतवर की हिम्मत होती कि वो जुल्म कर सके. उन्होंने कहा कि दलित समाज ने वोट देने में गलती की, इसलिए भुगतना भी पड़ा, लेकिन इस विधानसभा चुनाव में गलती नहीं दोहराई जाएगी. सभी विधानसभा सीटों पर सभा की जाएगी और बीजेपी-कांग्रेस दोनों राजनीतिक दलों का कच्चा-चिट्ठा खोला जाएगा. वहीं, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने जयपुर एक्स्प्रेस गोलीकांड में मृतक असगर के परिवार से भी मुलाकात की. उन्होंने सरकार से 50 लाख रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है.