जयपुर. 21 और 22 जनवरी को रामलला पाटोत्सव के मौके पर जयपुर शहर में सफाई का विशेष अभियान चलाने, मंदिरों और शहर के प्रवेश द्वारों पर लाइटिंग और रंगोली के जरिए सजावट कराने के संबंध में सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा और महापौर मुनेश गुर्जर ने निगम अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं. साथ ही 22 जनवरी को मीट की दुकान बंद रखने और ड्राई डे घोषित कर शराब की दुकानों को भी बंद करवाने को कहा है.
22 जनवरी को मांस की दुकान बंद : 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा आयोजन किया जाएगा. इस मौके पर हिंदू संगठनों की ओर से पूरे देश में दीपावली मनाने का भी आह्वान किया गया है. इसी के मद्देनजर राजधानी जयपुर में 22 जनवरी को मीट की दुकान बंद रखने और ड्राई डे घोषित कर शराब की दुकानों को भी बंद करवाने के लिए बुधवार को सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा और महापौर मुनेश गुर्जर ने अधिकारियों को निर्देशित किया. गोपाल शर्मा ने अगले 15 दिन में क्लीन एंड ग्रीन जयपुर के लिए रोडमैप तैयार करने के निर्देश देते हुए वर्ष 2025 तक जयपुर को देश की क्लीन सिटी की सूची में सर्वश्रेष्ठ बनाने का लक्ष्य दिया.
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इस दौरान गोपाल शर्मा ने सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों की गंदगी के फोटोग्राफ्स अधिकारियों को दिखाए. उन्होंने बताया कि शहर की दुर्दशा को बयान करती ये तस्वीरें किस तरह से गलत साबित हों, इसके लिए अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा मेहनत कर शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की कवायद शुरू करनी होगी. उन्होंने अतिक्रमण को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या किसी संप्रदाय विशेष को कोई छूट मिली हुई है, जो सड़क पर अस्थाई अतिक्रमण कर लोगों की राह को मुश्किल बना देते हैं. ऐसे में क्या निगम के अधिकारियों की जिम्मेदारी नहीं बनती कि वो आम रास्ते को खाली करवाएं और अतिक्रमण को हटाएं. उन्होंने अधिकारियों से हटवाड़ा रोड और हसनपुरा में नोटिस देकर जुर्माना लगाते हुए पुलिस के साथ मिलकर वहां से अतिक्रमण हटाने की अपील की.
उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी चीजों के लिए पैसे लेना अधिकारियों को बंद करना होगा. सिविल लाइन्स विधानसभा क्षेत्र में खुले में मीट की बिक्री भी बंद होनी चाहिए और बिना लाइसेंस के चल रही मीट की दुकानों को तत्काल बंद कराया जाए. स्कूल के पास मीट और शराब की दुकानों को भी बंद करने की कार्रवाई नगर निगम की ओर से शुरू की जाए. उन्होंने कहा कि अधिकारी भयमुक्त होकर अपनी कार्रवाई को अंजाम दें, उन्हें सरकार की ओर से पूरा प्रोटेक्शन दिया जाएगा और किसी अधिकारी को हटाया नहीं जाएगा. कोई भी अधिकारी ये नहीं सोचे कि उनके साथ सरकार प्रताड़ना का व्यवहार करेगी. इस मौके पर महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि अधिकारियों को नगर निगम में रहते हुए कुछ चुनिंदा लोगों से डरकर अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटना चाहिए. उन्होंने फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से महापुरुषों की प्रतिमा की धुलाई करवाने और शहर के प्रवेश द्वारों पर विशेष रोशनी और सजावट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.