जयपुर. साइबर ठगी की लगातार बढ़ती घटनाओं से पुलिस और एसओजी भी चिंतित है. आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर की जा रही इन वारदातों का खुलासा भी एक बड़ी चुनौती है. ऐसे में साइबर ठगी गिरोह से जुड़े बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि आमजन से लेकर हाईकोर्ट जज तक भी उनके निशाने पर हैं. दरअसल, राजस्थान हाईकोर्ट के एक जज के साथ साइबर ठगी के प्रयास का मामला सामने आया है. इस संबंध में एसओजी के साइबर थाने में आज मुकदमा दर्ज हुआ है.
सूत्रों के अनुसार, राजस्थान हाईकोर्ट के कोर्ट मास्टर की रिपोर्ट के आधार पर एसओजी के साइबर थाने में आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. प्राथमिकी में बताया गया है कि 7 जून को राजस्थान हाईकोर्ट के जज के मोबाइल नंबर पर कॉल कर एक शातिर साइबर ठग ने खुद को एसबीआई क्रेडिट कार्ड कार्यालय का कर्मचारी बताया और क्रेडिट का अकाउंट नंबर और कार्ड की डिटेल मांगी. जानकारी नहीं देने पर खाता और क्रेडिट कार्ड बंद करने की भी धमकी दी. जब उन्होंने जानकारी शेयर करने से इनकार किया तो कॉल करने वाले शातिर बदमाश ने अभद्रता भी की.
पढ़ें : ऑनलाइन ठगों पर पुलिस की नकेल! एक साल में 1 लाख 36 हजार सिम कार्ड किए ब्लॉक, इस तरह बचते थे आरोपी
मेवात से लेकर मेवाड़ तक फैल रहा है साइबर ठगी का जाल : प्रदेश में साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले शातिर बदमाश नित नई तरकीब और नई तकनीक का इस्तेमाल कर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. राजस्थान का मेवात इलाका साइबर ठगों का गढ़ माना जाता है. अब मेवाड़ के चार जिलों में भी साइबर ठगी करने वाले बदमाशों का जाल तेजी से फैल रहा है. यह साइबर ठग इन इलाकों में बैठकर प्रदेश और देश के अलग-अलग इलाकों के लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं.