जयपुर. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ब्यूरोक्रेसी में भी बदलाव की कवायद हो रही है. भजन लाल सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी देवाराम सैनी और महिपाल कुमार को किया APO कर दिया है. कार्मिक विभाग ने इसको लेकर आदेश जारी किए हैं. इससे पहले अशोक गहलोत के सीएम रहते प्रमुख सचिव और सचिव रहे अफसरों को 16 दिसम्बर को एपीओ कर दिया था. उधर राजस्थान के नए जिले शाहपुरा में भाजपा विधायक लालाराम बैरवा के महिला एसडीएम के साथ अभद्र व्यवहार के मामले में आरएएस एसोसिएशन ने सीएम भजन लाल को पत्र लिख एतराज जताया है .
चर्चाओं में देवाराम सैनी: कार्मिक विभाग की और से जारी आदेश के अनुसार आरएएस देवाराम सैनी और महिपाल कुमार को आगामी आदेशों की प्रतीक्षा में रखा जाता है. इस दौरान उनकी उपस्थिति कार्मिक विभाग विभाग क-4 में उपस्थिति रहेगी. बता दें कि 1997 बैच के आरएएस अधिकारी देवाराम सैनी सीकर के रहने वाले हैं. गहलोत के ओएसडी बनने से पहले भी अहम जिम्मेदारी संभाल चुके थे. गहलोत सरकार में देवाराम सैनी सबसे पावरफुल अफसरों में शामिल रहे हैं. कांग्रेस सरकार के आखरी दौर में देवाराम को राजस्थान लोकसेवा आयोग यानी आरपीएसी के सदस्य के लिए भी नाम सुर्ख़ियों में आया था, हालाँकि राजनितिक घटनक्रम और विपक्ष की और से उठाये गए सवालों के बीच उनकी नियुक्ति नहीं हो पाई थी.
आरएएस एसोसिएशन ने लिखा पत्र : उधर राजस्थान के नए जिले शाहपुरा में भाजपा विधायक लालाराम बैरवा के महिला एसडीएम के साथ अभद्र व्यवहार के मामले में आरएएस एसोसिएशन ने एतराज जताया है. इस मामले को लेकर विधायक और महिला एसडीएम के बीच हुई बहस का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. मामला सामने आने के बाद RAS एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री भजनलाल को पत्र लिखकर अपना आक्रोश जताया है, साथ ही मुख्यमंत्री से उचित कार्रवाई की मांग की है. RAS एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव बजाड़ ने पत्र में लिखा कि नेहा छिपा उपखंड अधिकारी बनेड़ा के साथ शाहपुरा के विधायक ने सरेआम धमकाते हुए अभद्र व्यवहार किया. महिला अधिकारियों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जाना पूर्णतया अशोभनीय है, ऐसी स्थिति में फील्ड में राजकीय कार्य किया जाना बहुत ही कठिन हो जाता है. पत्र में अनुरोध किया है कि SDM के साथ किए गए अभद्र व्यवहार के संबंध में उचित निर्देश प्रदान किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो.