जयपुर. प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर बार-बार किए जा रहे बदलाव को लेकर भाजपा ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर जुबानी हमला बोला है. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी के अनुसार प्रदेश की गहलोत सरकार आगामी निकाय चुनाव में अपनी प्रस्तावित हार को लेकर डरी हुई है. यही कारण है कि बार-बार प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है. चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस चाहे जो पाखंड अपना ले, लेकिन आगामी चुनाव में प्रदेश की जनता कांग्रेस को उखाड़ कर ही दम लेगी.
संविधान और कानून को ताक पर रखा गया: चतुर्वेदी
चतुर्वेदी ने कहा कि हर 5 साल में चुनाव होने और समय-समय पर परिसीमन का नियम बना है, लेकिन प्रदेश की गहलोत सरकार ने अपने सियासी फायदे के लिए इन्हें भी ताक में रख दिया है. जो परिसीमन पहले किया गया था उसमें भी जनता की राय नहीं ली गई और अब होने वाले परिसीमन को भी अपने सियासी फायदे के अनुसार ही कांग्रेस सरकार कर रही है. चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अपनी जीत के लिए वार्डों को जाति और धर्म के आधार पर बांटकर परिसीमन करेगी. लेकिन कांग्रेस चाहे जो कर ले उसका पाखंड ज्यादा दिनों तक चलने वाला नहीं है.
गौरतलब है कि प्रदेश की गहलोत सरकार ने पहले तो निकाय प्रमुखों का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करने का निर्णय लिया था. इस संबंध में कानून भी बनाया लेकिन बाद में अपने द्वारा बनाए गए कानून में ही परिवर्तन कर यह चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करने का निर्णय लिया. इसके बाद प्रदेश सरकार ने निकाय प्रमुख चुनाव में हाइब्रिड फार्मूले को अपनाया जिसमें कोई भी व्यक्ति बिना पार्षद का चुनाव लड़े सीधे निकाय प्रमुख का चुनाव लड़ सकता है. इसके बाद जयपुर, कोटा और जोधपुर में दो नगर-निगम बनाने का फैसला कर लिया गया जिसके चलते अब नए सिरे से इन तीनों ही शहरों में परिसीमन का काम होगा.