जयपुर. प्रदेश बीजेपी की ओर से गहलोत सरकार के 4 साल पूरे होने पर 200 विधानसभा क्षेत्रों में जन आक्रोश यात्रा निकाली गई. सरदारशहर विधानसभा को छोड़ बाकी सभी 199 विधानसभा क्षेत्रों में यह जन आक्रोश यात्रा 14 दिसंबर को समाप्त हो गई. पार्टी सूत्रों की मानें तो 11 लाख किलोमीटर से ज्यादा चली यात्रा में करीब 17 लाख शिकायतें आई (complaints in Jan Aakrosh campaign of BJP) हैं. पार्टी अब इन शिकायतों को एकत्रित कर जल्द ही शिकायतों के पुलिंदे मुख्यमंत्री आवास लेजाए जाएंगे.
1 दिसंबर शुरू हुई जन आक्रोश यात्रा: बता दें कि प्रदेश की गहलोत सरकार के चार साल पूरे होने पर जहां कांग्रेस की ओर से उपलब्धियां गिनाई गई, वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी ने 1 दिसंबर से 14 दिसंबर तक पहले फेज में जन आक्रोश यात्रा निकाली. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस यात्रा को झण्डी दिखा कर शुरू किया था. सरदारशहर विधानसभा को छोड़ दें तो यात्रा का एक चरण पूरा हो चुका है. अब तक आक्रोश रथ 1 लाख 11 हजार किमी से ज्यादा का सफर तय कर चुका है. 199 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचे इस जन आक्रोश रथ के जरिये बीजेपी के नेताओं ने गहलोत सरकार की नाकामियों को जनता के सामने रखा.
सीएम हाउस जाएंगी 17 लाख से ज्यादा शिकायतें : बीजेपी के इन जन आक्रोश रथ में आम लोगों से शिकायतें भी ली हैं. सूत्रों की मानें तो यात्रा चल रहे रथों में रखे शिकायत बॉक्स में करीब 17 लाख लिखित शिकायतें आई है. हालांकि पार्टी की ओर अभी फाइनल आंकड़े जारी नहीं हुए हैं, लेकिन अनुमान अनुसार इन शिकायतों की संख्या 17 लाख के करीब हैं. सूत्रों की मानें तो अब पार्टी इन शिकायतों की छटनी कर रही है. जल्द ही जनवरी के दूसरे सप्ताह में इन शिकायतों के पुलिंदों को मुख्यमंत्री आवास ले जाया जाएगा.
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11 लाख किलोमीटर से ज्यादा चली रथ यात्रा: बीजेपी के प्रदेश मंत्री लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने बताया कि जन आक्रोश यात्रा के पहले चरण का अभियान सदारशहर को सभी विधानसभाओं में पूरा हो चुका है. अब दूसरे फेज में 16 से 31 दिसंबर तक 200 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रम हो रहे हैं, जिसमें बड़े नेताओं का संबोधन हो रहा है. भारद्वाज ने बताया कि पहले चरण में जन आक्रोश का रथ 11 लाख से ज्यादा सफर कर चुके हैं. वेबसाइट के माध्यम से करीब 2 लाख 92 समस्याएं दर्ज की जा चुकी हैं.
वहीं लाखों की संख्या में शिकायत पत्र एकत्रित किए गए हैं. साथ ही 92 लाख से ज्यादा आरोप पत्र विधानसभा क्षेत्रों में बांटे गए हैं. इसके अलावा 31 लाख मिस्ड कॉल के जरिए लोगों का सहयोग अभियान में मिला है. उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान 61 हजार 560 के करीब नुक्कड़ सभा, चौपालों का आयोजन किया गया. इन चौपालों में लोगों ने सरकार के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया. भारद्वाज ने बताया कि जनता में भारी आक्रोश है. आने वाले 2023 के चुनाव में जनता कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है.
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पानी, बिजली स्वास्थ्य प्रमुख समस्या: जनाक्रोश यात्रा में लिखित में आई शिकायतों को अब पार्टी स्कूटनी कर रही है. पार्टी की तरफ से सभी शिकायतों को विधानसभा क्षेत्र के हिसाब से छंटनी की जा रही है. हालांकि अभी छंटनी का काम पूरा होने में थोड़ा वक्त लगेगा, लेकिन अब तक जो शिकायतें सामने आई हैं उसमें ज्यादातर आम जनता की मूलभूत सुविधाओं को लेकर है. इसमें बिजली, पानी, स्वास्थ्य और सड़क जैसी समस्याओं से आम आदमी को ज्यादा परेशान होना पड़ रहा है.
बीजेपी की सरकार बनी तो इन समस्याओं पर होगा काम : बता दें कि जनाक्रोश यात्रा में मिल रही शिकायतों को बीजेपी 2023 में सत्ता आने पर दूर करेगी. सरकार के 4 साल पूरे होने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा था कि प्रदेश की जनता पूरी तरीके से त्रस्त हो चुकी है. जनाक्रोश यात्रा को आम जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है और जो समस्याएं इस जनाक्रोश यात्रा में आम जनता की ओर से पार्टी के सामने रखी जा रही हैं, उन्हें 2023 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद दूर किया जाएगा.