जयपुर. प्रदेश के स्कूलों में ‘नो बैग डे‘ पर संविधान के उद्देशिका और मूल कर्तव्य के पाठन के बाद अब तम्बाकू रोधी गतिविधियां भी शुरू करने का फैसला लिया गया है. स्कूल शिक्षा और चिकित्सा विभाग मिलकर प्रदेश में 60 दिन का ‘टोबेको एंड ड्रग फ्री यूथ कैम्पेन‘ चलाया जाएगा. अभियान के बाद भी स्कूलों में इससे जुड़ी गतिविधियां जारी रहेंगी.
प्रदेश के छात्र-छात्राओं को अब तम्बाकू रोधी गतिविधियों की निगरानी रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा. जिससे बच्चे बचपन से ही इस बुरी लत से दूर रहें. इसके तहत शिक्षा विभाग और प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर एनएचएम की गतिविधियों को समाहित करते हुए 2 महीने ‘टोबेको एंड ड्रग फ्री यूथ कैम्पेन‘ चलाया जाएगा. इस सिलसिले में शिक्षा विभाग और एनएचएम के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को आबूरोड स्थित बह्माकुमारीज में ‘की रिसोर्स पर्सन‘ की ट्रेनिंग का आगाज हुआ.
इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि इस कैम्पेन के तहत छात्र-छात्राओं को स्वयं के विद्यालय परिसर और घर के आसपास के एरिया में भी तम्बाकू रोधी गतिविधियों की निगरानी रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा. कैम्पेन में शिक्षण संस्थानों के प्रभारी और अध्यापकों को विद्यालय परिसर को पूरी तंबाकू मुक्त रखने की जिम्मेदारी दी जाएगी. वहीं स्कूल में सभी तरह के तंबाकू उत्पाद निषेध नियमों की पूरी पालना कराई जाएगी. वहीं 60 दिन के अभियान के बाद भी स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालयों में सतत रूप से तम्बाकू रोधी गतिविधियों को जारी रखा जाएगा.
कैम्पेन में उठाए जाएंगे ये कदम :
- तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थानों के लिए परिसर में प्रमुख स्थानों पर ‘तम्बाकू मुक्त परिसर‘ के बोर्ड
- एंट्री गेट और बाउंड्री वॉल पर साइनेज
- तम्बाकू के हानिकारक प्रभावों के सम्बंध में पोस्टर और अन्य जागरूकता सामग्री का प्रदर्शन
- 6 महीने में तम्बाकू नियंत्रण सम्बंधी गतिविधि के आयोजन
- बोर्ड पर विद्यालयों के तम्बाकू मॉनिटर का नाम, पदनाम और सम्पर्क सूत्र लिखने
- तम्बाकू उपयोग नहीं करने के नियम को शिक्षण संस्थान की आचार संहिता में सम्मिलित करने
- जागरूकता गतिविधियों का संचालन करने