जयपुर. 25 साल बाद किसी राजस्थानी फिल्म के शो हाउसफुल रहे. लंबे अरसे के बाद बॉलीवुड की तर्ज पर बनी राजस्थानी फिल्म 'लव यू मेरी जान' को दर्शकों का अच्छा रेस्पांस मिल (Love You Meri Jaan going housefull) रहा है. रविवार को फिल्म के कई शो हाउसफुल गए. खासकर युवा इस फिल्म को बड़ी संख्या में देखने पहुंचे. फिल्म में राजस्थानी संस्कृति के साथ ही युवा पीढ़ी के अनुसार तैयार किए गए कंटेंट को दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं. इसके साथ ही राजस्थानी भाषा को बढ़ावा और मान्यता देने की भी मांग की.
4 साल में बनकर तैयार हुई राजस्थानी. फिल्म लव यू म्हारी जान के शो जयपुर के एक सिनेमाघर में हाउसफुल (Rajasthani Film house Film) रहे. बड़ी तादाद में युवा फिल्म देखने के लिए पहुंच रहे हैं. इस दौरान युवाओं ने कहा कि काफी समय बाद राजस्थानी भाषा में एक बेहतरीन फिल्म देखने को मिल रही है. फिल्म के कई दृश्य सोशल मैसेज भी देते हुए दिखे. राजस्थान की संस्कृति को नए रूप में परोसा गया. उन्होंने कहा कि सरकार को भी चाहिए कि राजस्थानी फिल्मों को बढ़ावा दे और राजस्थानी भाषा को मान्यता देने के लिए आवश्यक कदम उठाए.
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मनोज कुमार पांडे की ओर से निर्देशित इस राजस्थानी फिल्म 'लव यू म्हारी जान' में अंकित भारद्वाज, अंशुल अवस्थी, लक्षित झांकी और काशमीरा गरिमा मुख्य भूमिका में नजर आए. दर्शकों से मिले रेस्पांस से स्टारकास्ट काफी खुश नजर आए. वहीं निर्देशक मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि राजस्थानी फिल्मों का एक दौर था, जब हर फिल्म के शो हाउसफुल हुआ करते थे. अब इस फिल्म से वह दौर फिर वापस आ रहा है.
उन्होंने बताया कि इस फिल्म को 4 साल में पूरा किया गया जिसमें 2 साल कोरोना काल के थे. उस दौरान वे हताश भी हो गए थे. एक्टर्स की फिटनेस भी नहीं रही. ऐसे में फिल्म की शूटिंग दोबारा शुरू करने से पहले 4 महीने फिटनेस पर काम किया गया. ये फिल्म अब तक की राजस्थानी फिल्मों में सबसे ज्यादा बजट की है. इस कॉस्ट को निकलने में कुछ समय जरूर लगेगा, लेकिन जिस तरह राजस्थानी फिल्म को दर्शकों का प्यार मिल रहा है, उससे लगता है कि ये फिल्म हिट होगी.
फिल्म अभिनेता अंशुल अवस्थी ने कहा कि 25 साल के बाद किसी राजस्थानी फिल्म के लिए हाउसफुल का बोर्ड देखा है. अच्छा लगता है कि इस फिल्म में काम करने का उनका डिसीजन सही था. इस फिल्म की कहानी और गाने युवाओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए हैं. फिल्म के कुछ गाने पहले ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड भी हो चुके हैं. उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि कला किसी भी भाषा या माध्यम को बढ़ाने का साधन होता है. ऐसे में कला को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहन दें. सिनेमा को प्रोत्साहन दें ताकि अच्छी राजस्थानी फिल्में बन
इस फिल्म को राजस्थान में जयपुर, अजमेर, टोंक, सीकर, बीकानेर और जोधपुर जिले के सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया गया है. इनमें जयपुर का जेम सिनेमा, जोधपुर का न्यू कोहिनूर और बीकानेर का सूरज टॉकीज प्रमुख है जहां युवाओं ने फिल्म को अच्छा रेस्पॉन्स दिया. ये फिल्म दो भाइयों की कहानी है. फिल्म में उनके स्ट्रगल को दिखाया गया है. साथ ही किस तरह विचारों की लड़ाई लड़ते हुए वो अपनी जड़ों में वापस आते हैं. इसे बॉलीवुड अंदाज़ में पेश किया गया है. फिल्म का बजट करीब एक करोड़ बताया जा रहा है.