जयपुर. रेलवे प्रशासन की ओर से पिछले दिनों अजमेर-अमृतसर-अजमेर साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन के किसान आंदोलन खत्म होने के चलते फिर से शुरू करने की घोषणा की गई, लेकिन बाद में इसी आंदोलन की आड़ में ही इसको रद्द कर दिया गया.
बता दें, करीब 15 दिन पहले भी रेलवे ने किसानों के रेलवे ट्रैक से हटने के बाद जयपुर से जुड़ी अजमेर-जम्मू तवी-अजमेर, पूजा सुपरफास्ट स्पेशल और अजमेर-अमृतसर-अजमेर साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन को चलाने की घोषणा की थी, लेकिन घोषणा के अगले ही दिन से रेलवे अजमेर-अमृतसर-अजमेर साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन को एक-एक दिन कर रद्द कर दिया गया. यानी इस बार भी यह ट्रेन घोषणा के बाद 1 दिन भी नहीं चली है. हर साल दिसंबर से फरवरी के बीच यह ट्रेन रद्द होती है. बता दे रेलवे की ओर से पिछले 3 सालों से इस ट्रेन को दिसंबर जनवरी के बीच कोहरे का हवाला देते हुए बंद कर दिया जाता है.
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इस बार पहले कोविड-19, तो बाद में किसान आंदोलन के चलते इस ट्रेन को रद्द किया. रेलवे के डिप्टी जीएम और सीपीआरओ लेफ्टिनेंट शशिकिरण ने रविवार देर शाम को भी 09613 अजमेर अमृतसर दी साप्ताहिक स्पेशल को 14 और 09612 अजमेर द्वी साप्ताहिक स्पेशल को 15 दिसंबर को रद्द होने की जानकारी दी. सूत्रों की माने तो अभी आगामी दिनों तक इस ट्रेन को रद्द किया जाता रहेगा. बता दे यह ट्रेन फिरोजपुर मंडल की है, इसलिए इस संबंध में ईटीवी भारत ने फिरोजपुर मंडल के डीआरएम राजेश अग्रवाल से बात की तो उन्होंने कहा कि अमृतसर से पहले झंडियाला के पास अभी भी किसान रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं.
ऐसे में सवाल यह भी खड़ा होता है, कि अगर किसान ट्रैक पर है तो रेलवे इस ट्रेन को एक साथ रद्द क्यों नहीं कर रहा है. हालांकि जब इस बारे में अमृतसर जीआरपी की डिप्टी एसपी अमरजीत कौर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि किसान झंडियाला रेलवे ट्रैक के पास बैठे हैं. यानी वह ट्रेक पर नहीं है , लेकिन उन्होंने सवारी गाड़ी के संचालन नहीं होने देने की बात भी कही है. हालांकि रेलवे अमृतसर आने वाली अन्य ट्रेनों का संचालन करीब 15 किलोमीटर दूर तरनतारन रूट से कर रहा है. ऐसे में जब ट्रेन वहां से जा सकती है, तो अजमेर अमृतसर वाया जयपुर स्पेशल ट्रेन का संचालन रेलवे प्रशासन क्यों नहीं कर रह है.