जयपुर. प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्रवेशोत्सव शुरू हो गया है. सामान्य स्कूलों में बुधवार से प्रवेशोत्सव की शुरुआत हुई जो 16 मई तक जारी रहेगा. इसमें शिक्षक डोर-टू-डोर जाकर बच्चों को पढ़ाई से जोड़ेंगे. साथ ही ड्रॉप आउट हो चुके छात्रों के नामांकन पर भी जोर दिया जाएगा, जबकि महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में प्रवेश के लिए 4 से 9 मई तक आवेदन किए जा सकेंगे.
शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी आदेशों के अनुसार महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में कक्षा 1 की सभी सीटों पर नए प्रवेश दिए जाएंगे. इससे पहले से संचालित कक्षाओं में स्वीकृत सीटों में से खाली हुई सीटों पर ही प्रवेश दिया जाएगा. इसके अलावा जहां प्री-प्राइमरी कक्षाएं और बाल वाटिकाएं संचालित की जा रही हैं, वहां कक्षा नर्सरी में सभी सीटों पर नए प्रवेश दिए जाएंगे. जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजेंद्र शर्मा के अनुसार महात्मा गांधी स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया 4 मई से शुरू होने जा रही है, 9 मई तक आवेदन किए जा सकेंगे.
पढ़ें. Sampark Smartshala Scheme : अब खेल-खेल में मैथ्स और इंग्लिश सीखेंगे सरकारी स्कूल के छात्र
ये है प्रवेश कार्यक्रम :
1. विज्ञप्ति जारी : 3 मई
2. प्रवेश के लिए आवेदन की समयावधि : 4 से 9 मई
3. आवेदनों की सूची चस्पा : 11 मई
4. लॉटरी निकालने की तारीख : 12 मई
5. चयनित विद्यार्थियों की सूची चस्पा : 13 मई
6. प्रवेश कार्य : 15 मई से शुरू
7. शिक्षण प्रारंभ : 1 जुलाई
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजेंद्र शर्मा ने बताया कि राज्य के सरकारी स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन करने के उद्देश्य से प्रवेशोत्सव के पहले चरण की शुरुआत कर दी गई है. 16 मई तक प्रवेशोत्सव के पहले चरण में सर्वे कर बच्चों को चिह्नित किया जाएगा. सर्वे में चिह्नित 3 से 18 साल तक के बच्चों को आंगनबाड़ियों और स्कूलों से आयु के अनुरूप कक्षाओं में जोड़ा जाएगा.
पढ़ें. दक्षिणी राजस्थान का यह सरकारी स्कूल बना मॉडल, सुविधाएं ऐसी की प्राइवेट स्कूल भी फेल
उन्होंने बताया कि 5 साल या इससे ज्यादा आयु के बच्चों का स्कूल में नामांकन करवाना होगा. साथ ही अनामांकित और ड्रॉप आउट छात्रों को शिक्षा से जोड़ने के लिए बस स्टैंड, निर्माणाधीन भवन, गांव के बाहर, छोटी बस्ती, ढाणी, प्रवासी मजदूरों के परिवार को शामिल कर उनका नामांकन किया जाएगा. राजेंद्र शर्मा ने बताया कि प्रवेश के कार्यक्रम को उत्सव के तौर पर मनाया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र जुड़ सकें. छात्रों के तिलक लगाकर और हाथ पर कलेवा बांधकर उनका स्वागत किया जाएगा.
विद्यालयों में ये होगा खास :
1. नामांकित बच्चों को निशुल्क पाठ्यपुस्तकें दी जाएंगी.
2. एडमिशन लेने वाले छात्रों का स्वागत किया जाएगा.
3. ड्रॉप आउट बच्चों को स्कूल से जोड़ने में क्षेत्र की महिला कार्यकर्ताओं की मदद ली जाएगी.
4. बोर्ड परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों की फोटो लगाई जाएगी.
5. प्रवासी श्रमिक अभिभावकों के बच्चों को किसी भी पहचान पत्र के आधार पर तुरंत प्रवेश दिया जाएगा.
6. ऐसे छात्र जो पैरेंट्स के साथ कहीं और चले गए हैं, उनका नाम नामांकन पंजिका से नहीं हटाया जाएगा. इन्हें नामांकन सूची में अलग से लिखकर अस्थाई अनुपस्थित या फिर कोविड के कारण माइग्रेशन लिखा जाएगा.
7. सर्वे में चिह्नित बच्चों की सूचना शाला दर्पण पोर्टल पर अपलोड करना होगा.