जयपुर. राजधानी में जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से अवैध कॉलोनियों और अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है. मंगलवार को जेडीए का दस्ता अवैध कॉलोनी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जयसिंहपुरा खोर के सड़वा इलाके में पहुंचा, जहां पर लोगों ने जेडीए के जाप्ते पर पथराव कर दिया. मामले को लेकर जेडीए की सीआई संतरा मीणा ने जयसिंहपुरा खोर थाने में मामला दर्ज करवाया है. वहीं, दूसरी जगह जयसिंहपुरा खोर में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई को लेकर विधायक स्वामी बालमुकुंद आचार्य ने अधिकारियों की क्लास लगाई.
जेडीए की संतरा मीणा के मुताबिक जेडीए के दस्ते पर अवैध कॉलोनी के खिलाफ कार्रवाई करने में बाधा पहुंचाने और वाहनों में तोड़फोड़ करने की रिपोर्ट जयसिंहपुरा खोर थाने में दर्ज करवाई गई है. सड़वा डूंगरी के पास सरकारी भूमि पर अवैध रूप से निर्माण और नूर पैराडाइज नाम से अवैध कॉलोनी बसाई जा रही थी. उच्च अधिकारियों के आदेश अनुसार अवैध कॉलोनी और अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जेडीए का दस्ता मौके पर पहुंचा. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू करने के कुछ समय बाद ही अचानक 100 से 150 लोग एकत्रित हो गए. कुछ लोगों ने पत्थर उठाकर जेसीबी मशीन और जेडीए के जाप्ते पर पथराव चालू कर दिया, जिससे जेसीबी के शीशे टूट गए. इसके खिलाफ जयसिंहपुरा खोर थाने में मामला दर्ज करवाया गया है.
बालमुकुंदाचार्य ने अधिकारियों की लगाई क्लास : वहीं, दूसरी जगह जयसिंहपुरा खोर के नायला रोड पर जेडीए ने अवैध निर्माणों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की. कार्रवाई को लेकर हवा महल विधायक स्वामी बालमुकुंद आचार्य ने जेडीए अधिकारियों की क्लास लगाई. स्वामी बालमुकुंद आचार्य ने अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए कहा कि गरीब लोगों के मकान तोड़े जा रहे हैं, लेकिन अवैध कॉलोनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही.
जहां पहले हुई थी कार्रवाई वहां वापस कब्जा : जयसिंहपुरा खोर के सुपर बाजार अतिक्रमण के खिलाफ पिछले साल कार्रवाई की गई थी, जिसमें वापस अतिक्रमण कर लिया गया. अतिक्रमण की शिकायत को लेकर स्थानीय निवासी कई दिन से जेडीए में शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. आज जयसिंहपुरा खोर में लोगों ने स्वामी बालमुकुंद आचार्य के सामने अपनी फरियाद लगाई. इस पर बालमुकुंद आचार्य ने मौके पर ही अधिकारियों से जवाब मांगा और कार्रवाई के लिए कहा. स्थानीय लोगों के मुताबिक जयसिंहपुरा खोर में सुपर बाजार में शराब ठेके के सामने सरकारी नाले का निकास है, जिस पर पहले कुछ लोगों ने बाउंड्रीवॉल करके अतिक्रमण किया था. इसके खिलाफ जेडीए ने वर्ष 2022 में जून महीने में ध्वस्त करने की कार्रवाई को अंजाम दिया था, लेकिन फिर से उस जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा है. बार-बार शिकायत के बावजूद भी सुनवाई नहीं हुई.