जयपुर. उपमुख्यमंत्री और ग्रामीण- पंचायती राज विभाग के मंत्री सचिन पायलट की विधानसभा में की गई घोषणा के बाद ग्रामीण पंचायत राज विभाग ने 15 अगस्त से महात्मा गांधी ग्रामोदय शिविर की शुरुआत कर दी है. प्रदेश की ग्राम पंचायतों में शुरू हुए शिविर 2 अक्टूबर तक चलेगा इस शिविर की प्रगति समीक्षा को लेकर विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेंश्वर सिंह ने शनिवार को सचिवालय में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये फीडबैक लिया.
फीडबैक के दौरान ये सामने आय़ा कि प्रदेश में इन शिविरों को अच्छा रिस्पॉन्स है, वहीं कुछ जिलों में शिविर की रफ्तार काफी धीमी है. जिसे सुधारने के निर्देश दिए गए हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद में ग्रामीण पंचायत राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेंश्वर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अब ग्राम पंचायतों की तर्ज पर राजस्व ग्रामों में भी चारागाह, श्मशान, जलाशय, खेल मैदान विकास के काम कराए जाएंगे. साथ ही ये सब मनरेगा के एक्शन प्लान में भी शामिल किया जाएगा.
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सामने आया कि विकास अधिकारियों की ओर से शिविर में खास रूचि नहीं ली जा रही है. राजस्व कर्मचारी का तर्क है कि पट्टा वितरण में कई खामियां रखी गई है. जिससे अगर किसी कों पट्टा जारी करने पर कोई कमी रह जाती है तो उसकी जिम्मेदारी विकास अधिकारियों पर आती है. इस पर ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज विभाग के राजेश्वर सिंह ने कहा कि पट्टा वितरण को लेकर कर्मचारियों में कंफ्यूजन था तो उसे दूर कर दिया है. अब सभी जिलों में शिविर का काम गति पर है.
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दरअसल, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा बजट भाषण की घोषणा के बाद प्रदेश में 15 अगस्त से शुरू हुए इस शिविर में कर्मचारी ज्यादा खास रुचि नहीं ले रहे हैं. यही वजह है कि शनिवार को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में एसीएस राजेंश्वर सिंह ने विकास अधिकारियों के कन्फ्यूजन को दूर कर शिविर कोंगति देने के निर्देश दिए.