जयपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है. अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बाबूलाल कटारा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया है. इस केस की प्राथमिकी में बाबूलाल कटारा पर रिश्तेदारों के नाम बेनामी संपत्ति खरीदने का भी आरोप लगाया है. उसके ठिकानों पर तलाशी की कार्रवाई में मिले दस्तावेजों के अनुसार, बाबूलाल कटारा की कुल वैध आय से उसने 61 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की है. पेपर लीक मामले में उसे एसओजी ने गिरफ्तार किया था.
दरअसल, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की उदयपुर रेंज के इंस्पेक्टर हरिश्चंद्र सिंह की ओर से बाबूलाल कटारा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई हुई है. इसमें आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है. इस सिलसिले में उदयपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके अनुसार, बाबूलाल कटारा पर अपनी कुल वैध आय से 61 फीसदी अधिक संपत्ति अर्जित की है. इसमें चल-अचल और बेनामी संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप है. प्राथमिकी के अनुसार, बाबूलाल कटारा ने 5.50 करोड़ रुपए से अधिक की चल-अचल संपत्ति अर्जित की है. साथ ही अपने रिश्तेदारों के नाम भी बड़े पैमाने पर बेनामी संपत्ति खरीदी है.
काली कमाई से खरीदे फार्म हाउस, मकान और फ्लैट्स : बाबूलाल कटारा के ठिकानों पर तलाशी के दौरान एसीबी को जो दस्तावेज हाथ लगे हैं. उसके अमुसार, बाबूलाल कटारा ने अपने रिश्तेदारों के नाम भी बड़े पैमाने पर बेनामी संपत्ति खरीदी है. इसके साथ ही काली कमाई से बड़े फार्म हाउस, कृषि भूमि, मकान और फ्लैट्स भी खरीदे हैं. इनकी सूची एसीबी के पास है. जबकि आगामी दिनों में बाबूलाल कटारा की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.
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एलआईसी, म्युचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से दर्ज की गई प्राथमिकी में बाबूलाल कटारा पर काली कमाई से अर्जित आय को एलआईसी की पॉलिसी, बॉन्ड्स, म्युचुअल फंड्स और शेयर मार्केट में निवेश करने का भी आरोप है. बताया जा रहा कि कटारा के साले ने उसकी पत्नी को जो भूखंड गिफ्ट किया है. वह भी बाबूलाल कटारा ने अपनी काली कमाई से खरीदा है.