जयपुर. जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) में जल जीवन मिशन के तहत हुए कामों में भ्रष्टाचार और घूसखोरी की अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) कड़ियां जोड़ने में लगी है. इसके लिए पीएचईडी के एक्सईएन, जेईएन, ठेकेदार सहित रिश्वत के लेन-देन में पकड़े गए 6 आरोपियों को तीन दिन तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी. इससे एसीबी को इस पूरे मामले को लेकर कई अहम राज हाथ लगने की उम्मीद है.
एसीबी के कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी के अनुसार, बहरोड़ में करवाए गए कामों के बकाया बिल पास करने की एवज में 2.20 लाख रुपए की घूस का लेन-देन करते एसीबी ने रविवार रात को बहरोड़ एक्सईएन मायालाल सैनी, नीमराना जेईएन प्रदीप, ठेकेदार पदमचंद जैन, कंपनी के सुपरवाइजर मलकेत सिंह, प्राइवेट व्यक्ति प्रवीण कुमार और राकेश चौहान को गिरफ्तार किया था. इन सभी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी को तीन दिन की रिमांड पर भेजा गया है. अब एसीबी इन सभी आरोपियों से अलग-अलग और आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगी. जयपुर नगर (तृतीय इकाई) के एएसपी हिमांशु कुलदीप आरोपियों से गहनता से पूछताछ कर रहे हैं.
MNIT के विशेषज्ञों की सील और मोहर मिली : उन्होंने बताया कि एसीबी के डीआईजी रणधीर सिंह के नेतृत्व में एसीबी की दो टीम ठेकेदार पदम चंद जैन के होटल पोलोविक्ट्री की तलाशी ले रही हैं. यहां सर्च अभियान जारी है. होटल के कमरे में चल रहे ऑफिस से सील और मोहर मिली हैं, जो एमएनआईटी के विशेषज्ञों से संबंधित पाई गई हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में फरार आरोपी महेश मित्तल के कार्यालय पर भी एसीबी टीम की ओर से तलाशी अभियान जारी है.
घूस लेने जयपुर आए थे अधिकारी : दरअसल, पीएचईडी में जल जीवन मिशन के तहत करवाए गए कामों के बकाया बिल पास करने की एवज में रिश्वत के लेन-देन से यह मामला जुड़ा है. बहरोड़ एक्सईएन मायालाल सैनी और नीमराना जेईएन प्रदीप ठेकेदार पदमचंद जैन के होटल के कमरे में बैठकर बिल तैयार कर रहे थे. मौके से एसीबी को रिश्वत के लेन-देन के 2.20 लाख रुपए मिले हैं, जबकि आरोपियों की गाड़ियों से भी 2.90 लाख रुपए जब्त किए गए. बताया जा रहा है कि पीएचईडी में किए गए कामों का बिल इसी होटल में बैठकर विभाग के अधिकारी तैयार करते थे.