जयपुर. कांग्रेस राज में पुलिस प्रशासन की ओर से पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं के साथ हुए अन्याय होने का आरोप लगाते हुए एबीवीपी ने जयपुर, उदयपुर, कोटा, जोधपुर और दूसरे जिला केंद्रो पर आंदोलन किया. उन्होंने वीरांगनाओं को न्याय दिलाने की मांग करते हुए अशोक गहलोत और राजस्थान सरकार का पुतला फूंका.
वीरांगनाओं को न्याय दिलाने के लिए जयपुर के शहीद स्मारक पर चल रहे आंदोलन को विद्यार्थी परिषद ने गति दी. एबीवीपी ने राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की. इस दौरान परिषद के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा ने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि रही है. यहां महिलाओं का सम्मान सर्वोपरि है. लेकिन जिस तरह राजस्थान सरकार के इशारे पर राजस्थान पुलिस ने एक न्याय मांगती वीरांगना पर लाठीचार्ज किया, दुर्व्यवहार किया. ये बहुत ही निंदनीय घटना है.
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उन्होंने बताया कि इसके विरोध में सभी संभाग केंद्रों पर विरोध प्रदर्शन किया है. यदि वीरांगनाओं को न्याय नहीं मिला, तो पूरे राजस्थान में बड़ा आंदोलन किया जाएगा. वहीं प्रांत मंत्री शोर्य जैमन ने बताया कि भारत देश 'यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता' की विचारधारा रखता है. लेकिन महिलाओं के साथ हुआ अपमान इस सरकार के लिए शर्म की बात है. इसलिए विद्यार्थी परिषद ने इस सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है. उन्होंने अशोक गहलोत को वीरांगनाओं से माफी मांगने की भी मांग की.
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आपको बता दें कि पुलवामा शहीदों की वीरांगनाएं सीएम अशोक गहलोत को उनके वादे याद दिलाने के लिए सीएम आवास पर ज्ञापन देने जाना चाहती थी. लेकिन उन्हें पुलिस प्रशासन ने रास्ते में ही रोक दिया. वीरांगनाओं का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की. मामले को लेकर प्रदेश में सियासत उबाल पर है. वहीं न्याय की आस में भटक रही सीआरपीएफ के तीनों शहीदों की वीरांगनाओं ने सोमवार को सचिन पायलट से भी मुलाकात की.