जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय से पत्रकारिता विभाग को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा शिक्षक नहीं होने का हवाला देते हुए बंद किया जा रहा है. इसके विरोध में आज विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर एबीवीपी ने विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन के कदम के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी. गौरतलब है कि विश्वविद्यालय में पत्रकारिता का कोर्स करवाने वाला 35 साल पुराना जन संचार केंद्र बंद होने के कगार पर है. यहां चल रहे कोर्सेज में इस साल एडमिशन नहीं होंगे.
हालांकि इस पर आधिकारिक मुहर संभवतः अगले सप्ताह होने वाली बैठक में लगेगी. बंद होने की संभावना के चलते आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर जमकर हंगामा किया. प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई. एबीवीपी ने कुलपति को ज्ञापन सौंपकर जन संचार केंद्र बंद नहीं करनी की मांग की. वहीं ऐसा नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी. वहीं कुलपति आर के कोठारी ने साफ किया कि विश्वविद्यालय में पारंपरिक जर्नलिज़्म का कोर्स चलता रहेगा. जबकि हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय के खुलने के बाद उन कोर्सेज को शिफ्ट किया जाएगा. जो बीते दिनों इस विश्वविद्यालय के मर्ज होने के दौरान आरयू में जोड़े गए थे.
यह है मामला
कांग्रेस सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय को शुरू किया था. लेकिन भाजपा सरकार ने विश्वविद्यालय को बंद कर दिया था. इस विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों को आरयू के जन संचार केंद्र में मर्ज कर दिया गया था और अब कांग्रेस सरकार एक बार फिर इस विश्वविद्यालय को शुरू कर रही है. जिसका एक्ट भी विधानसभा में पास हो चुका है. इस एक्ट के अनुसार विश्वविद्यालय बंद होते समय जो स्टाफ आरयू में मर्ज हुआ था. वो यहां वापस आएगा. इसके बाद से ही राजस्थान विश्वविद्यालय की जन संचार केंद्र पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.