जयपुर. विधानसभा चुनाव से पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कांग्रेस सरकार के कामकाज का लेखा-जोखा आम जनता के बीच लेकर जाएगी. एबीवीपी ने राज्य सरकार की जन विरोधी नीति, पेपर लीक, महिला अत्याचार के प्रकरणों को प्रदेश के हर एक कैंपस से लेकर कस्बे और कुनबे तक एक्सपोज करने ऐलान किया है. इसके साथ ही एबीवीपी आमजन को किस तरह का राजस्थान चाहिए, इस पर भी चर्चा करेगी.
विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के साथ ही अब बीजेपी के अनुषांगिक छात्र संगठन सक्रिय हो उठा है. आज मंगलवार को एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि मौजूदा समय में सरकार ने अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए प्रतिभा की डकैती की. गहलोत सरकार के इन्हीं डकैतों को एक्सपोज करने और सरकार की नीतियों पर व्यापक चर्चा करने का समय आ गया है. सरकार ने आयोग, बोर्ड में अपने लोगों को बैठाकर उन्हें लाभ देने का प्रयास किया है. ऐसे में बीते 5 साल में जो प्रतिभा का घोटाला हुआ, बहन बेटियों के साथ अन्याय हुआ, छात्र संघ चुनाव बंद किए गए. इन सभी का हिसाब नौजवान हर कुनबे, कस्बे, गांव, तालुका, पंचायत में मांगेंगे. उन्होंने कहा कि इस पर सरकार को अपना जवाब देना होगा. आनन-फानन में की गई सभी नियुक्ति पर जांच की मांग को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत भी दर्ज कराएंगे.
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उन्होंने कहा कि राजस्थान में अब बुलडोजर नीति लाने वाली सरकार चाहिए. ऐसा राजनीतिक दल जो राजनीतिक नियुक्तियों की जांच, आरपीएससी के प्रतिष्ठा दोबारा बहाल करने और बुलडोजर नीति को अपने मेनिफेस्टो में जोड़ेगी. उन्हीं का समर्थन करने के लिए नौजवान गांव और कस्बे में घूमेगा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एबीवीपी सरकार की गलत नीतियों, प्रतियोगिता परीक्षा में भाई भतीजावाद, सोने की ईंट के आधार पर नौकरियां बेचने वाले भ्रष्ट लोगों का पर्दाफाश करेगी. कांग्रेस सरकार की नीतियों पर व्यापक चर्चा चुनाव से पहले पूरे प्रदेश में की जाएगी. इस चर्चा के आधार पर राजस्थान का भविष्य निर्धारण होगा.
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