जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से भूगोल की परीक्षा का पेपर आउट मानने से इनकार के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मोर्चा खोला है. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार पर जमकर नारेबाजी की. इसके बाद एग्जामिनेशन कंट्रोलर का घेराव करते हुए दोबारा परीक्षा आयोजित करने की मांग की.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र नेता रोहित मीणा ने आरोप लगाया कि परीक्षा से पहले पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, ये आम बात नहीं है. इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन इसे पेपर लीक मानने को तैयार नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. कई बार डुप्लीकेट पेपर आउट हुए हैं, लेकिन इस बार पूरा पेपर एग्जाम सेंटर से वायरल कर दिया गया.
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दोबारा परीक्षा कराने की मांग : उन्होंने चेतावनी दी कि यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों के साथ धोखा कर रहा है, ये विद्यार्थी परिषद सहन नहीं करेगा. विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इसे पेपर लीक मानकर दोबारा परीक्षा का आयोजन कराना होगा. यूनिवर्सिटी गेट पर प्रदर्शन करने के बाद एबीवीपी एडम ब्लॉक पहुंचे और एग्जामिनेशन कंट्रोलर राकेश राव का घेराव किया. इस दौरान प्रो राव ने तर्क दिया कि मोबाइल में टाइम कैसे सेट किया जा सकता है. इसकी जांच के लिए कमेटी बना दी गई है, वो जांच कर रही है. गोपनीयता भंग करने के आरोप में पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया है.
3 को लिया हिरासत में : उन्होंने कहा कि इसे पेपर लीक इसलिए नहीं माना जा सकता, क्योंकि छात्र इससे प्रभावित नहीं हुए हैं. पेपर परीक्षा शुरू होने के बाद वायरल हुआ है. एबीवीपी छात्र नेता सज्जन सैनी ने बताया कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 3 लोगों को हिरासत में लिया है. उन्होंने परीक्षा नियंत्रक से सवाल किया कि यदि कोई जांच कमेटी बनाई गई है, तो उसके सदस्य कौन हैं? उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक यूनिवर्सिटी प्रशासन इस पेपर को निरस्त कर परीक्षा की नई तारीख जारी नहीं करेगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.