जयपुर. मणिपुर में हिंसा और महिलाओं के साथ हो रही दरिंदगी के विरोध में मंगलवार शाम को आम आदमी पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्रेट पर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान नवीन पालीवाल ने सोमवार को विधानसभा में लाल डायरी को लेकर हुए हंगामे की भी निंदा की और कहा कि यदि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ईमानदार हैं, तो लाल डायरी का सच जनता के सामने आना ही चाहिए. आप पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपने सांसद संजय सिंह को फिर से राज्यसभा में बहाल करने की भी मांग की.
आप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में आप पार्टी के कार्यकर्ता जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और यहां मणिपुर हिंसा और वहां महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शन के दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए पालीवाल ने सोमवार को विधानसभा में लाल डायरी को लेकर पूरे हंगामे और पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा से हुई मारपीट की निंदा की. नवीन पालीवाल ने कहा कि उस लाल डायरी में ऐसा क्या है जिसके कारण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इतना डर रहे हैं.
पढ़ें: लाल डायरी को लेकर सियासत हुई तेज, भाजयुमो ने कांग्रेस कार्यालय की दीवार पर लिखा 'लाल डायरी कहां है'
उन्होंने कहा कि राजेंद्र सिंह गुढ़ा जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं और यदि वह लाल डायरी के जरिए भ्रष्टाचार या दुराचार का कोई मामला विधानसभा में रखना चाहते हैं, तो उन्हें रखने देना चाहिए था. जब गहलोत सरकार गिर रही थी, तब विधायकों की खरीद-फरोख्त की जाती है और जब विधायक लाल डायरी के जरिए कोई घोटाला ओपन करना चाहता है, तो विधानसभा में उसकी डायरी छीन ली जाती है. आम आदमी पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है.
पढ़ें: बीजेपी बोली-मदन नहीं तो सदन नहीं, विपक्ष ने विधानसभा के बाहर निकाली प्रतीकात्मक लाल डायरी
पालीवाल ने कहा कि जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गांधीवादी और ईमानदार हैं, तो वे लाल डायरी से क्यों डर रहे हैं. जब उनकी छवि साफ-सुथरी है और उंन्होने कोई गलत काम नहीं किया है, तो उन्हें लाल डायरी से डरने की कोई जरूरत नहीं है. गुढ़ा को पूरे सम्मान के साथ विधानसभा में अपनी बात रखने का मौका देना चाहिए था. उन्होंने कहा कि लाल डायरी का सच आम जनता के सामने आना चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए.
पालीवाल ने कहा कि पिछले 3 महीने से मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है. महिलाओं के साथ दरिंदगी हो रही है. सोमवार को जब हमारे सांसद संजय सिंह इस मामले को राज्यसभा में उठा रहे थे और प्रधानमंत्री मोदी से इस मामले में जवाब मांग रहे थे, तो उन्हें राज्यसभा से लिए बर्खास्त कर दिया गया. पालीवाल ने कहा कि हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य सभा में आकर मणिपुर हिंसा के मामले में जवाब दें और हमारे राज्यसभा सांसद संजय सिंह को वापस बहाल करें. इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर दक्षिण को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा.