PM मोदी और CM गहलोत को एक मंच पर देख केजरीवाल की पार्टी हुई बेचैन, प्रदेश अध्यक्ष ने कह दी ये बात - आप का गहलोत पर निशाना
नाथद्वारा में बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री गहलोत मंच साझा करने पर आम आदमी पार्टी ने सवाल खड़े किए. आप के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालिवाल ने कहा कि मंच पर एक दूसरे की पीठ थपथपा रहे थे. यह बीजेपी-कांग्रेस की मिलीभगत को सबसे बड़ा सबूत है.
जयपुर. नाथद्वारा में राष्ट्रीय परियोजनाओं के उद्घाटन के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक मंच पर रहे थे. दोनों नेताओं की एक मंच पर मौजूदगी प्रदेश में अपना राजनीतिक जमीन तलाशी आम आदमी पार्टी को रास नहीं आया. आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालिवाल ने कहा कि एक मंच पर पीएम मोदी और सीएम गहलोत की गलबहियों को प्रदेश की जनता सब समझ रही है. अब बीजेपी और कांग्रेस की मिली भगत नहीं चलेगी. बीजेपी-कांग्रेस नेताओं में कुर्सी पाने की होड़, फिर दोनों एक साथ दोनों पार्टियों को जनहित के मुद्दों से नहीं कोई सरोकार है.
कांग्रेस-बीजेपी एक सिक्के के दो पहलू : आम आदमी पार्टी राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने पीएम मोदी और सीएम अशोक गहलोत की जमकर खिंचाई की. पालीवाल ने कहा कि पहले तो दोनों नेताओं ने एक साथ मंच साझा किया और बाद में जनता में सही साबित होने की कोशिश भी की. इससे एक बार फिर से साबित हो गया है कि बीजेपी और कांग्रेस एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. पालीवाल ने कहा कि एक तरफ पीएम मोदी कह रहे हैं कि कुछ लोग देश में अच्छा होते हुए देखना नहीं चाहते, दूसरी तरफ पीएम खुद को मुख्यमंत्री का मित्र बताते हैं. अगर पीएम मोदी को लगता है कि देश में कांग्रेस विकास कार्यों में अड़चने पैदा कर रही है, तो यह मित्रता क्या कहलाती है ? पालीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ये दो तरफा खेल अब नहीं चलेगा, देश और राजस्थान की जनता सब समझ चुकी है, इसलिए चुनावी मौसम में इधर-उधर की बातें नहीं करके मुद्दों की बात कीजिए.
वोट लेकर जनता को ठगने की कोशिश : सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए पालीवाल ने कहा कि पीएम मोदी के सामने एक बार फिर ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट की मांग रखना केवल चुनावी रोटियां सेंकना है. चुनावों में मुद्दा बनाए रखने के लिए हर बार इसका जिक्र करते हैं, जबकि सीएम गहलोत चाहते तो 5 सालों में यह प्रोजेक्ट पूरा हो चुका होता. दूसरी तरफ पीएम पर इस मांग का कोई असर ही नहीं हो रहा. इसका मतलब साफ है कि दोनों ही वोट लेकर जनता को ठगने की कोशिश कर रहे हैं. पालीवाल ने कहा कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने जयपुर में पहले ही कह दिया था कि बीजेपी कांग्रेस आपस में मिली हुई है और आज हम खुली आंखों से यह सब होते देख रहे हैं.
पायलट ने पुष्टि की : उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद विकास कार्य कम और कांग्रेस के बड़े नेताओं की आपसी वर्चस्व की लड़ाई में ज्यादा हुई है. पालीवाल ने कहा कि अब तो सचिन पायलट ने भी कह दिया है कि जिनकी राजनीति सिर्फ पैसे पर टिकी हो, उन्हें पैसा ही दिखाई देगा, जिससे ये साफ हो गया है कि कांग्रेस की गहलोत सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में सिर्फ अपना विकास किया है, जबकि जनता ने कांग्रेस को बहुमत विकास कार्य के लिए दिया था, जिससे आम जनता का सीधे तौर पर नुकसान हुआ है.
कुर्सी की होड़ चल रही है : आप नेता नवीन पालीवाल ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियां आपसी कलह का शिकार हैं, इनके नेताओं में जनहित को लेकर नहीं बल्कि कुर्सी को लेकर आपस में होड़ मची है. जबकि आम आदमी पार्टी ही ऐसी पार्टी है जो सिर्फ जनहित और सामाजिक मुद्दों को लेकर ही जनता के बीच जाती है और बिना शोर शराबे के विकास कार्य में जुटती है. इसलिए प्रदेश की जनता इस बार आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन देने का मन बना चुकी है ताकि राजस्थान का समग्र विकास किया जा सके.