जयपुर. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में राजस्थान के सियासी मैदान से दूर रहने वाली आम आदमी पार्टी प्रदेश में आगामी निकाय और पंचायत चुनावों में पूरे जोशो खरोश के साथ सियासी रण में उतरेगी. आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को जयपुर में पार्टी से जुड़े प्रदेश और जिलों के पदाधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान आगामी निकाय और पंचायती राज चुनाव को लेकर रणनीति बनाई गई.
बैठक के बाद पत्रकारों से रूबरू होते हुए प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में राजस्थान में आम आदमी पार्टी का संगठन इतना मजबूत नहीं था कि चुनाव लड़ा जा सके. लिहाजा किसी भी सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारा गया, लेकिन निकाय चुनाव छोटे होते हैं. इसलिए 'आप' इन चुनावों में अपने प्रत्याशी उतारेगी.
इस दौरान संजय सिंह ने यह भी कहा कि जनता ने केंद्र में नरेंद्र मोदी को, राज्य में अशोक गहलोत को मौका दिया, लेकिन अब जनता से आग्रह है कि निकाय चुनाव में जनता आम आदमी पार्टी को भी मौका दें. क्योंकि निकाय का प्रमुख कार्य सफाई का होता है और आम आदमी पार्टी का चुनाव चिन्ह झाड़ू ही है.
'आप' प्रदेशाध्यक्ष निकालेंगे यात्रा, प्रदेशभर में चलेगा व्यापक जन आंदोलन
निकाय चुनाव से पहले प्रदेश में आम आदमी पार्टी मौजूदा गहलोत सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए एक व्यापक जन आंदोलन भी शुरू करने जा रही है. इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल जाट प्रदेश व्यापी यात्रा भी निकालेंगे. इस यात्रा के जरिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में आम आदमी पार्टी की संगठनात्मक इकाई को मजबूत किया जाएगा. साथ ही गहलोत सरकार को चुनाव से पहले किए गए उनके वादे भी याद दिलाए जाएंगे. पार्टी के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह के अनुसार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने किसानों और बेरोजगारों के लिए जो वादे किए थे, वह अब तक अधूरे है. देश के किसी भी बेरोजगार को अब तक बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला है.
सीएम पर किया जुबानी हमला
इस दौरान संजय सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पूरे देश में जहां बेटी बचाओ अभियान चल रहा है, लेकिन राजस्थान में बेटा बचाओ अभियान चल रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने बेटे को सियासी रूप से बचाने में जुटे हैं, जबकि प्रदेश की जनता परेशान है.