विराटनगर (जयपुर). प्रागपुरा थाना पुलिस ने कछुआ दिखाकर 3 लाख रुपए की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के पास से 2.50 लाख रुपए भी बरामद किए हैं. पुलिस गिरोह के अन्य बदमाशों की तलाश में जुट गई है. अभियुक्त ने ऐसे ही ठगी प्रदेश के कई जिलों में करना स्वीकार किया है. बदमाश का नाम रामकिशोर बावरिया है.
एसपी ग्रामीण शंकर दत्त शर्मा ने बताया कि 10 जुलाई को थाने में श्रवण सिंह स्वामी निवासी भूरी भराज ने रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि वह पावटा में वेल्डिंग की दुकान पर काम करता है. मनोहरपुर का रामकिशोर बावरिया पिकअप का काम करवाने आता था. इसलिए जान पहचान हो गई थी. 5 जुलाई को रामकिशोर ने उसे बताया कि उसके पास एक पार्टी है, जो कछुआ खरीदती है. हम दो कछुए खरीद कर लाते हैं. तुम तुम्हारे हिस्से के तीन लाख दे दो और तीन लाख मेरे हिस्से के मैं मिला दूंगा. इसके बाद हम कछुओं को 45 लाख रुपए में बेच देंगे.
रामकिशोर के झांसे में आ जाने से परिवादी ने 3 लाख रुपए उसे दे दिए. पैसे देने के बाद कुछ समय बाद बिना नंबर की एक गाड़ी आई और आरोपी रामकिशोर बावरिया को लेकर चली गई. परिवादी को ना तो पैसे वापस ही नहीं मिले.
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पीड़ित की रिपोर्ट के बाद पुलिस द्वारा दिनेश कुमार यादव, वृत्त अधिकारी कोटपूतली और नंदलाल जांगिड़ थानाधिकारी, प्रागपुरा के सुपरविजन में एक टीम गठित की गाई. टीम ने जांच पड़ताल कर अभियुक्त की तलाश की, तो कछुआ बेचने वाली गैंग का भंडाफोड़ हो गया.
आरोपी रामकिशोर बावरिया उम्र 27 वर्ष थाना मनोहरपुर को गिरफ्तार कर उसके पास से ठगी के ढाई लाख रुपए बरामद किए गए. मुलजिम कछुआ दिखाकर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर षड्यंत्र पूर्व ठगी करने का आरोपी है. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है, जिससे अन्य ठगी की वारदातें खुलने की संभावना है.