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जयपुर का एक ऐसा हॉस्पिटल जहां इलाज के साथ सिखाया जाता है योगा

कल यानी 21 जून को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा. लेकिन राजधानी जयपुर का एक ऐसा सरकारी अस्पताल है जो मरीजों के इलाज के साथ-साथ उन्हें योगा भी सिखा रहा है.

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Published : Jun 20, 2019, 4:07 PM IST

जयपुर का एक ऐसा हॉस्पिटल जहां इलाज के साथ सिखाया जाता है योगा

जयपुर. ईएसआई मॉडल हॉस्पिटल में हर दिन हजारों लोग अपना इलाज कराने पहुंचते हैं. लेकिन इस अस्पताल में इलाज के साथ-साथ मरीजों और उनके परिजनों को योगा भी सिखाया जाता है और ऐसा करने वाला यह राजधानी जयपुर का पहला सरकारी अस्पताल है. इतना ही नहीं, ओपीडी में अपनी बारी का इंतजार कर रहे मरीजों को खाली समय में अस्पताल प्रशासन योगा करने के लिए प्रेरित करता है ताकि उनके खाली समय का सदुपयोग हो सके. यह योगा एक एक्सपर्ट ट्रेनर द्वारा सिखाया जाता है.

जयपुर का एक ऐसा हॉस्पिटल जहां इलाज के साथ सिखाया जाता है योगा

अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉक्टर अखिलेश जैन ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में वेटिंग लाइन में खड़े लोगों को हमारी ओर से योगा सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. हमारा मकसद है कि इलाज के साथ-साथ मरीजों का मेडिटेशन भी हो और मरीजों और उनके परिजनों में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो सके.

अस्पताल प्रशासन भी करता है योगा
इस अस्पताल में मरीज और उनके परिजन ही नहीं, बल्कि ब्रेक के दौरान चिकित्सक और अन्य स्टाफ भी समय निकालकर योग करते हैं. योग करने वाले चिकित्सकों और अस्पताल के अन्य स्टाफ का कहना है कि इस प्रक्रिया के बाद उनमें सकारात्मक प्रभाव आने लगे हैं और मरीजों के किए जाने वाले इलाज में भी योग काफी असरदार साबित हो रहा है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जहां विश्व स्तर पर योग को मान्यता दी जा रही है वहीं उनका प्रयास है कि योग के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए ताकि उनको इसका लाभ मिल सके.

जयपुर. ईएसआई मॉडल हॉस्पिटल में हर दिन हजारों लोग अपना इलाज कराने पहुंचते हैं. लेकिन इस अस्पताल में इलाज के साथ-साथ मरीजों और उनके परिजनों को योगा भी सिखाया जाता है और ऐसा करने वाला यह राजधानी जयपुर का पहला सरकारी अस्पताल है. इतना ही नहीं, ओपीडी में अपनी बारी का इंतजार कर रहे मरीजों को खाली समय में अस्पताल प्रशासन योगा करने के लिए प्रेरित करता है ताकि उनके खाली समय का सदुपयोग हो सके. यह योगा एक एक्सपर्ट ट्रेनर द्वारा सिखाया जाता है.

जयपुर का एक ऐसा हॉस्पिटल जहां इलाज के साथ सिखाया जाता है योगा

अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉक्टर अखिलेश जैन ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में वेटिंग लाइन में खड़े लोगों को हमारी ओर से योगा सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. हमारा मकसद है कि इलाज के साथ-साथ मरीजों का मेडिटेशन भी हो और मरीजों और उनके परिजनों में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो सके.

अस्पताल प्रशासन भी करता है योगा
इस अस्पताल में मरीज और उनके परिजन ही नहीं, बल्कि ब्रेक के दौरान चिकित्सक और अन्य स्टाफ भी समय निकालकर योग करते हैं. योग करने वाले चिकित्सकों और अस्पताल के अन्य स्टाफ का कहना है कि इस प्रक्रिया के बाद उनमें सकारात्मक प्रभाव आने लगे हैं और मरीजों के किए जाने वाले इलाज में भी योग काफी असरदार साबित हो रहा है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जहां विश्व स्तर पर योग को मान्यता दी जा रही है वहीं उनका प्रयास है कि योग के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए ताकि उनको इसका लाभ मिल सके.

Intro:जयपुर- कल विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा लेकिन राजधानी जयपुर का एक ऐसा सरकारी अस्पताल भी है जो मरीजों के इलाज के साथ-साथ उन्हें योगा भी सिखा रहा है


Body:राजधानी जयपुर के ईएसआई मॉडल हॉस्पिटल में हर दिन हजारों लोग अपना इलाज कराने पहुंचते हैं लेकिन इस अस्पताल में इलाज के साथ-साथ मरीजों और उनके परिजनों को योगा भी सिखाया जाता है और ऐसा करने वाला यह है राजधानी जयपुर का पहला सरकारी अस्पताल है इतना ही ओपीडी में अपनी बारी का इंतजार कर रहे मरीजों को खाली समय में अस्पताल प्रशासन योगा करने के लिए प्रेरित करता है ताकि उनके खाली समय का सदपयोग हो सके और इस खाली समय में यह योगा एक एक्सपर्ट ट्रेनर द्वारा सिखाया जाता है अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉक्टर अखिलेश जैन ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में वेटिंग लाइन में खड़े लोगों को हमारी ओर से योगा सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है हमारा मकसद है कि इलाज के साथ-साथ मरीजों का मेडिटेशन भी हो और मरीजों और उनके परिजनों में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो सके

अस्पताल प्रशासन भी करता है योगा

इस अस्पताल में मरीज और उनके परिजन ही नहीं बल्कि ब्रेक के दौरान चिकित्सक और अन्य स्टाफ भी समय निकालकर योग करते हैं योग करने वाले चिकित्सकों और अस्पताल के अन्य स्टाफ का कहना है कि इस प्रक्रिया के बाद उनमें सकारात्मक प्रभाव आने लगे हैं और मरीजों के किए जाने वाले इलाज में भी योग काफी असरदार साबित हो रहा है


Conclusion:अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जहां विश्व स्तर पर योग को मान्यता दी जा रही है वहीं उनका प्रयास है कि योग के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए ताकि उनको इसका लाभ मिल सके
बाईट-माया शर्मा,मरीज
बाईट-डॉ अखिलेश जैन नोडल ऑफिसर ईएसआई अस्पताल
बाईट-राजेश कुमावत, योग ट्रेनर
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