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10 महीने में दबोचे 5602 हथियार तस्कर, फिर क्यों नहीं हो रहे तस्करों के हौसले पस्त, पढ़ें ये रिपोर्ट - हथियारों की नोक पर वारदात

राजस्थान पुलिस हथियार तस्करों पर नकेल कसने के लिए हर साल विशेष अभियान चलाती है. इन अभियानों के तहत हजारों की संख्या में तस्कर दबोचे भी जाते (Rajasthan police action against arms smugglers) हैं. उनसे बड़ी मात्रा में हथियार भी बरामद किए जाते हैं. फिर भी तस्करों के हौसले पस्त होते नजर नहीं आते, ये आए दिन इन अवैध हथियारों से वारदातों को अंजाम ​देते हैं. आइए इस रिपोर्ट में जानते हैं, क्यों चलता ही जा रहा है ये 'गंदा खेल'....

5602 arms smugglers arrested in Rajasthan
10 महीने में दबोचे 5602 हथियार तस्कर
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Published : Nov 26, 2022, 6:52 PM IST

जयपुर. प्रदेश में लगातार बढ़ रही हथियार तस्करी को रोकने के लिए राजस्थान पुलिस प्रत्येक वर्ष पूरे साल विशेष अभियान चलाकर तस्करों पर नकेल कसने का काम करती है. इसके बावजूद भी तस्करी के मामले कम होने की बजाय हर साल बढ़ते ही जा रहे हैं.

पुलिस मुख्यालय में हर महीने होने वाली क्राइम मीटिंग में भी तस्करी के बढ़ते हुए मामलों को लेकर चिंता जाहिर की जाती है और हर जिला एसपी को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाते हैं. इसके बावजूद भी तस्कर बेखौफ होकर कानून को खुली चुनौती देते हुए तस्करी की वारदातों को अंजाम देने में लगे हुए हैं. पूरे प्रदेश में वर्ष 2022 में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत जनवरी से अक्टूबर तक राजस्थान पुलिस कुल 5602 हथियार तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी (5602 arms smugglers arrested in Rajasthan) है. जिनसे भारी तादाद में अलग-अलग किस्म के हथियार, मैगजीन, कारतूस आदि बरामद किए जा चुके हैं.

पढ़ें: महंगे शौक पूरे करने के लिए हथियार तस्करी का रास्ता अपना रहे युवा, पूछताछ में हुए चौंकाने वाले खुलासे

आसानी से मिलते हैं हथियार: एडीजी क्राइम डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि पूरे प्रदेश में समय-समय पर विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. जिनके तहत ऐसे क्षेत्रों पर विशेष फोकस रखा जा रहा है जहां पर हथियार तस्करों की सक्रियता अधिक है. राजस्थान पुलिस ने वर्ष 2022 के 10 महीनों में हथियारों की तस्करी में लिप्त 5602 तस्करों को गिरफ्तार किया. जिनसे 243 बंदूक, 1938 रिवाल्वर, 4477 कारतूस व 3361 अन्य हथियार बरामद किए गए (Big amount of arms seized from arms smugglers) हैं. इस दौरान बड़ी तादाद में नाबालिगों को भी निरुद्ध किया गया जो तस्करी के गंदे खेल में लिप्त पाए गए. हथियारों की आसान उपलब्धता के चलते वारदातों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. जयपुर की करें तो बीते 5 दिनों में राजधानी के मुरलीपुरा व करणी विहार थाना इलाकों में हथियारों की नोक पर तीन बड़ी वारदातों को अंजाम दिया गया है.

पढ़ें: Facebook पर करता था हथियाराें की डीलिंग, जोधपुर का रहने वाला है आरोपी...गिरफ्तार

बदला तस्करी का तरीका: एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि हथियार तस्कर जहां पहले खुद अपने वाहनों से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के रास्ते हथियार तस्करी कर राजस्थान के अलग-अलग जिलों में सप्लाई किया करते थे. वहीं पुलिस की सख्ती के बाद अब तस्करों ने तस्करी के पैटर्न में बदलाव किया है. अब तस्कर रोडवेज बस, ट्रेन व पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अन्य माध्यमों का प्रयोग कर और नाबालिगों के जरिए हथियारों की तस्करी करवा रहे हैं.

पढ़ें: SPECIAL : हथियार तस्करों के खिलाफ राजस्थान पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई...6 महीने में 2542 तस्कर गिरफ्तार, 3182 हथियार बरामद

कंट्री मेड रिवॉल्वर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के रास्ते भरतपुर, धौलपुर, कोटा व चित्तौड़गढ़ के रास्ते से तस्करी कर राजस्थान लाई जा रही है. इसी तरह से विदेशी हथियार पंजाब और हरियाणा के जरिए तस्करी कर राजस्थान में लाए जा रहे हैं. राजस्थान पुलिस केवल वारदात में हथियारों का प्रयोग करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे हथियार बरामद करने के बाद इतिश्री कर रही है. जबकि वह हथियार किन लोगों के माध्यम से और कहां से लाया गया, इस पर आगे कार्रवाई नहीं की जा रही है.

जयपुर. प्रदेश में लगातार बढ़ रही हथियार तस्करी को रोकने के लिए राजस्थान पुलिस प्रत्येक वर्ष पूरे साल विशेष अभियान चलाकर तस्करों पर नकेल कसने का काम करती है. इसके बावजूद भी तस्करी के मामले कम होने की बजाय हर साल बढ़ते ही जा रहे हैं.

पुलिस मुख्यालय में हर महीने होने वाली क्राइम मीटिंग में भी तस्करी के बढ़ते हुए मामलों को लेकर चिंता जाहिर की जाती है और हर जिला एसपी को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाते हैं. इसके बावजूद भी तस्कर बेखौफ होकर कानून को खुली चुनौती देते हुए तस्करी की वारदातों को अंजाम देने में लगे हुए हैं. पूरे प्रदेश में वर्ष 2022 में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत जनवरी से अक्टूबर तक राजस्थान पुलिस कुल 5602 हथियार तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी (5602 arms smugglers arrested in Rajasthan) है. जिनसे भारी तादाद में अलग-अलग किस्म के हथियार, मैगजीन, कारतूस आदि बरामद किए जा चुके हैं.

पढ़ें: महंगे शौक पूरे करने के लिए हथियार तस्करी का रास्ता अपना रहे युवा, पूछताछ में हुए चौंकाने वाले खुलासे

आसानी से मिलते हैं हथियार: एडीजी क्राइम डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि पूरे प्रदेश में समय-समय पर विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. जिनके तहत ऐसे क्षेत्रों पर विशेष फोकस रखा जा रहा है जहां पर हथियार तस्करों की सक्रियता अधिक है. राजस्थान पुलिस ने वर्ष 2022 के 10 महीनों में हथियारों की तस्करी में लिप्त 5602 तस्करों को गिरफ्तार किया. जिनसे 243 बंदूक, 1938 रिवाल्वर, 4477 कारतूस व 3361 अन्य हथियार बरामद किए गए (Big amount of arms seized from arms smugglers) हैं. इस दौरान बड़ी तादाद में नाबालिगों को भी निरुद्ध किया गया जो तस्करी के गंदे खेल में लिप्त पाए गए. हथियारों की आसान उपलब्धता के चलते वारदातों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. जयपुर की करें तो बीते 5 दिनों में राजधानी के मुरलीपुरा व करणी विहार थाना इलाकों में हथियारों की नोक पर तीन बड़ी वारदातों को अंजाम दिया गया है.

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बदला तस्करी का तरीका: एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि हथियार तस्कर जहां पहले खुद अपने वाहनों से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के रास्ते हथियार तस्करी कर राजस्थान के अलग-अलग जिलों में सप्लाई किया करते थे. वहीं पुलिस की सख्ती के बाद अब तस्करों ने तस्करी के पैटर्न में बदलाव किया है. अब तस्कर रोडवेज बस, ट्रेन व पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अन्य माध्यमों का प्रयोग कर और नाबालिगों के जरिए हथियारों की तस्करी करवा रहे हैं.

पढ़ें: SPECIAL : हथियार तस्करों के खिलाफ राजस्थान पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई...6 महीने में 2542 तस्कर गिरफ्तार, 3182 हथियार बरामद

कंट्री मेड रिवॉल्वर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के रास्ते भरतपुर, धौलपुर, कोटा व चित्तौड़गढ़ के रास्ते से तस्करी कर राजस्थान लाई जा रही है. इसी तरह से विदेशी हथियार पंजाब और हरियाणा के जरिए तस्करी कर राजस्थान में लाए जा रहे हैं. राजस्थान पुलिस केवल वारदात में हथियारों का प्रयोग करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे हथियार बरामद करने के बाद इतिश्री कर रही है. जबकि वह हथियार किन लोगों के माध्यम से और कहां से लाया गया, इस पर आगे कार्रवाई नहीं की जा रही है.

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