जयपुर. थर्ड ग्रेड भर्ती परीक्षा में राजधानी में 5 फर्जी अभ्यर्थी और 3 मूल अभ्यर्थी समेत 13 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. जयपुर के सोडाला, मुरलीपुरा, आमेर, झोटवाड़ा, चित्रकूट इलाके में फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए हैं.
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एडिटिंग किए गए आधार कार्ड और प्रवेश पत्र बरामद किए हैं. जयपुर की मुरलीपुरा थाना पुलिस ने दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए एक फर्स्ट ग्रेड अध्यापिका को गिरफ्तार किया है. फर्जी अभ्यर्थी संगीता बिश्नोई जालौर में फर्स्ट ग्रेड अध्यापिका के रूप में पदस्थापित है. आरोपी महिला 15 लाख रुपए के लालच में दूसरे व्यक्ति की जगह परीक्षा देने आई थी.
जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव के निर्देशन में शहर के विभिन्न थाना इलाकों में फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है. विभिन्न थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 5 फर्जी अभ्यर्थी और 3 मूल अभ्यर्थी समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही इनके सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया है. चित्रकूट, झोटवाड़ा और मुरलीपुरा थाना इलाके में एक-एक फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है. सोडाला थाना पुलिस ने एक डमी अभ्यर्थी और दो मूल अभ्यर्थियों समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 35000 रुपए नगद, एडिटिंग किए गए आधार कार्ड और प्रवेश पत्र बरामद किए गए हैं.
सोडाला थाना पुलिस ने अरुण कुमार गुर्जर, श्रीनिवास, विनोद, भीमसेन, अजय, विजय कुमार और प्रेमपाल गुर्जर को गिरफ्तार किया है. डमी अभ्यर्थी विजय कुमार और अन्य आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि असली अभ्यर्थी अजय कसाना की जगह प्रथम पारी में अलवर सेंटर में परीक्षा देकर जयपुर आकर सेकंड पारी में स्वयं की परीक्षा दे रहा था. असली अभ्यर्थी प्रेमपाल की जगह भरतपुर में परीक्षा देना स्वीकार किया है. डमी परीक्षार्थी विजय कुमार की तलाशी में असली परीक्षार्थी प्रेमपाल सिंह का ओरिजिनल आधार और एडिटिंग किया हुआ आधार कार्ड बरामद हुआ है.
असली परीक्षार्थी अजय का एडिटिंग किया हुआ आधार कार्ड, प्रेमपाल सिंह गुर्जर का लेवल प्रथम का प्रवेश पत्र, अलवर सेंटर का साथी प्रेमपाल सिंह गुर्जर का सामाजिक अध्ययन का फर्जी प्रवेश पत्र, सेंटर भरतपुर का अजय कसाना का लेवल प्रथम का प्रवेश पत्र, सेंटर अलवर विजय कुमार का आधार कार्ड और गणित विज्ञान लेवल सेकंड का प्रवेश पत्र समेत 35000 रुपए नगद और मोबाइल बरामद किया गया है.
15 लाख रुपए में डमी बन दे रही थी परीक्षा: मुरलीपुरा थाना पुलिस ने रीट लेवल फर्स्ट मैन परीक्षा में महिला डमी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया है. महिला फर्जी अभ्यर्थी संगीता विश्नोई फर्स्ट ग्रेड अध्यापिका है, जोकि जालौर में पदस्थापित है. आरोपी महिला संगीता विश्नोई से पूछताछ में सामने आया है कि वह अपनी जानकार मंजू विश्नोई के स्थान पर डमी परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा देने आई थी. परीक्षा देने के लिए करीब 15 लाख रुपए देने की बात तय की गई थी. महिला से फर्जी आधार कार्ड और प्रवेश पत्र बरामद किया गया है. आरोपी महिला संगीता बिश्नोई से पूरे नेटवर्क के संबंध में गहनता से पूछताछ की जा रही है.
आमेर में एक फर्जी, एक मूल अभ्यर्थी गिरफ्तार: आमेर थाना पुलिस ने अध्यापक सीधी भर्ती परीक्षा में एक फर्जी अभ्यर्थी महेंद्र कुमार जाट और मूल अभ्यर्थी राजूराम विश्नोई को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से फर्जी आधार कार्ड और प्रवेश पत्र बरामद किया गया है. आमेर में मेहंदी का बास स्थित राजकीय बालिका विद्यालय में अभ्यर्थी राजूराम बिश्नोई के स्थान पर फर्जी अभ्यर्थी महेंद्र कुमार जाट परीक्षा दे रहा था. राजूराम बिश्नोई जालौर निवासी है और राजूराम के स्थान पर परीक्षा दे रहा था. फर्जी अभ्यर्थी महेंद्र कुमार जाट बाड़मेर निवासी है. परीक्षाओं की तैयारी के दौरान आपस में मुलाकात के बाद 3 लाख रुपये के बदले मूल अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देना तय किया गया था.
कई जगह पर झूठी पाई गई सूचनाएं: जयपुर पुलिस कंट्रोल रुम को अलग-अलग इलाकों में व्हाट्सएप के जरिए पेपर हल करने की सूचनाए भी मिली थी. साथ ही फर्जी परीक्षार्थियों के परीक्षा में बैठने की सूचनाएं मिल रही थी. कंट्रोल रुम से संबंधित थाने को सूचना देकर तुरंत एक्शन लिया गया. हालांकि कुछ जगह पर सूचनाएं झूठी पाई गईं. सांगानेर इलाके में व्हाट्सएप पर पेपर हल करने की सूचना झूठी पाई गई. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ सकते हैं.