हनुमानगढ़. 'सुरक्षित जननी, विकसित धारिणी' की थीम पर 'मातृ वंदना सप्ताह' मनाया जाएगा. इस योजना के तहत 1 जनवरी 2017 के बाद पहली बार गर्भवती हुई महिलाओं को 5 हजार रुपये की नकद राशि प्रोत्साहन स्वरूप सरकार की ओर से सीधे उनके आधार से जुड़े बैंक खाते में हस्तान्तरित की जाएगी.
बता दें कि पात्र महिलायें इस योजना के लाभ लेने हेतु अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर संपर्क कर सकती हैं. योजना में मिलने वाले 5 हजार रुपये का लाभ पात्र महिलायें तीन किश्तों में प्राप्त कर सकती हैं. पहली किश्त 1 हजार रुपये का लाभ लेने हेतु पात्र गर्भवती महिला को योजना के फार्म के साथ-साथ आवश्यक दस्तावेज जैसे ममता कार्ड, बैंक पास बुक, पति- पत्नी का आधार कार्ड की प्रति अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जमा कराने होंगे.
इसी तरह दूसरी किश्त यानी 2 हजार रुपये का लाभ लेने हेतु पात्र गर्भवती महिला को कम से कम एक 'प्रसव पूर्व जांच' करवाकर, गर्भधारण की दिनांक के 6 माह बाद ममता कार्ड और पति-पत्नी का आधार कार्ड की प्रति संलग्न कर फार्म भर नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जमा करवाकर लाभ ले सकती हैं.
तीसरी और आखिरी किश्त के लिए गर्भधारण के एक वर्ष बाद, बच्चे के जन्म प्रमाण-पत्र और बच्चे का साढे़ तीन माह का टीकाकरण करवाकर फार्म के साथ उक्त दस्तावेज (ममता कार्ड और पति-पत्नी के आधार कार्ड) की प्रति जमा करवाना अनिवार्य है. गर्भवती महिला इस योजना का लाभ लेने हेतु गर्भधारण दिनांक से आगामी 2 वर्ष तक ही पात्र होंगी. अभी तक इस योजना के तहत कुल 29 हजार से ज्यादा लाभार्थियों को 11 करोड़ 33 लाख रुपये उनके बैंक खाते में भुगतान किया जा चुका है. हर पात्र गर्भवती महिला को इस योजना का लाभ मिल सके, इसी उद्देश्य से 'मातृ वंदना सप्ताह' मनाया जाएगा. विभाग के उपनिदेशक प्रवेश कुमार सोलंकी ने इस महत्वपूर्ण योजना के बारे में सभी अधिकारियों और फील्ड कार्मिकों को हर पात्र गर्भवती तक पहुंचाने का संकल्प दिलाया.