हनुमानगढ. एक बार फिर ममता शर्मसार हुई है. मासूम को जन्म देकर मरने के लिए फेंकने वालों को हम न तो मां कहेंगे और न ही पिता. क्योंकि, समाज और कानून की नजर में वह सिर्फ अपराधी हैं. ऐसी ही घटना संगरिया तहसील के गांव ढोलनगर की रोही से सामने आई है. जहां एक भ्रूण बरामद हुआ है, जिसको एक महिला सड़क पर फेंककर जाती हुई सीसीटीवी में दिखाई दे रही है. लेकिन महिला का पता नहीं चल सका है.
बता दें कि, पुलिस ने शव बरामद कर मोर्चरी में रखवा दिया है. नवजात का भ्रूण मिलने के साथ ही यहां सवाल भी लोगों में दबी जुबान पर है कि चोरी छिपे लिंग परीक्षण और भ्रूण हत्या का गोरखधंधा चल रहा है. हालांकि, अब पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की जांच पड़ताल में ही हकीकत का खुलासा हो पाएगा. जांच अधिकारी एएसआई भूप सिंह ने बताया, गांव ढोलनगर निवासी जगपाल सिंह पुत्र गेजा सिंह मजबी ने पुलिस को इस आशय की रिपोर्ट दी है, जिसमें बताया है कि शुक्रवार दोपहर करीब साढे तीन बजे वह अपने खेत जा रहा था. जब गांव के बाहर की ओर गांव नुकेरा रोड पर पहुंचा तो वहां एक भ्रूण (नवजात शिशु) दिखा, जिसे कुत्ते नोच रहे थे. ऐसे में भ्रूण को कुत्तों से छुड़वाकर देखा तो उसके पैरों की ओर से और एक हाथ कुत्तों ने नोच खाया था. देखने मे भ्रूण करीब 6-7 महीने का लग रहा था.
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बता दें कि, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में देखा तो एक अज्ञात महिला इस भ्रूण को सड़क पर डालते हुई नजर तो आ रही है, लेकिन पहचानी नहीं जा सकी. कयास लगाया कि किसी अज्ञात महिला ने बच्चे के जन्म का सच छुपाने की वजह से भ्रूण को सड़क पर फेंक दिया है. थाना प्रभारी विजय मीणा ने बताया, पुलिस थाना में मामला पहुंचने पर धारा- 318 आईपीसी के तहत पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया है. मौके पर एएसआई भूप सिंह ने जाकर वस्तुस्थिति जानी और रिपोर्ट पेश की है. इस पर पुलिस मामले की जांचकर वास्तविक तथ्यों को खंगालने में जुटी है, जिसमें लिंग परीक्षण और हत्या का कोई भी सबूत मिलने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.