हनुमानगढ़. केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ सयुंक्त किसान मोर्चा के बैनर तले हनुमानगढ़ जिले के नोहर में किसान महापंचायत का आयोजन हुआ. जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत सहित माकपा और कांग्रेस नेताओं ने किसानों को संबोधित किया और तीनों कृषि कानून वापिस लेने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही. मंच पर टिकैत का राजस्थानी पगड़ी पहनकर और हल भेंट कर स्वागत किया गया.
नोहर के किसान महापंचायत में बोलते हुए राकेश टिकैत ने तीनों कानूनों को काला कानून बताया और कहा कि केंद्र सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही. साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमारी जमीन, हमारा ट्रैक्टर हमारा ही पानी, हम ही घाटे में है. ऐसी कौनसी कंपनी है, जो बाहर से आकर हमें कमाकर देगी. ऐसा कौनसा गणित कौनसा मास्टर है. महापंचायत के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से बातचीत नहीं करना चाहती. अगर सरकार बुलाती है तो वे जाएंगे. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को पूरे देश में फैलाया जाएगा और बंगाल में भी किसानों को साथ जोड़कर आंदोलन किया जाएगा.
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वहीं जब उनसे ये पूछा गया कि आपका इस समय में बंगाल जाना कही बंगाल में चुनावों के मध्यनजर राजनीति तो नहीं हो रही है. उनका कहना था कि चुनाव बहुत गंदी बीमारी वे इससे दूर ही रहते हैं. उन्होंने कहा कि MSP पर सुनिश्चित खरीद ना होने तक और तीनों कानूनों के वापिस ना होने तक आंदोलन जारी रहेगा और पूरे देश मे फैलेगा. वहीं उन्होंने खाप पंचायत पर फैली अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा कि खाप पंचायत आंदोलन को सपोर्ट कर रही है और जो 40 जत्थेबंदिया है. वहीं सरकार से बात करेगी और अंतिम निर्णय लेगी.