हनुमानगढ़. विद्युत कर्मचारियों के अनुसार गत काफी लंबे समय से लंबित संगठन के 23 सूत्री मांग पत्र पर कोई कार्रवाई न होने से संगठन सदस्यों में सरकार व विभागीय अधिकारियों में रोष है. इसके चलते मंगलवार को उन्होंने सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए सहायक अभियंताओं को मांग पत्र सौंपा है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि जल्द ही सरकार द्वारा हमारी ज्वलंत समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया तो मजबूरन हमें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों और राज्य सरकार की होगी.
वहीं, उन्होंने कहा कि ड्यूटी चार्ट जिसमें ड्यूटी समय स्थान व साप्ताहिक अवकाश के दिन का उल्लेख होना चाहिए जो कि नहीं है. साथ ही जिन कर्मचारियों से 33/11kv उपचौकी पर ड्यूटी ली जा रही है उनको अधिक समय व भत्ता देने के आदेश देने की व्यवस्था करवाने, निगम की ओर से जितने दिन का यात्रा विपत्र भुगतान किया जाता है उतने दिन में ही कर्मचारियों को उनके मुख्यालय से बाहर भेजना जाना सुनिश्चित करवाने की व्यवस्था की जानी चाहिए. इसके साथ ही विभाग में चल रही पदों पर जल्द ही नियुक्तियां होनी चाहिएं और जो सरकार विद्युत का निजीकरण करने जा रही है उस पर रोक लगाई जाए. नहीं तो एक बड़ा आंदोलन सरकार को देखने को मिलेगा.
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हालांकि, ज्ञापन लेने के बाद अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वे उनकी मांग को सरकार तक भेजे आएंगे. इसके साथ ही जल्द उनकी समस्याओं का निराकरण करवाया जाएगा. अब देखना होगा कि अधिकारियों का आश्वासन कब तक पूरा होता है और कब कर्मचारियों को राहत मिलती है.