हनुमानगढ़. जिले में आशा सहयोगिनियां पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. आंदोलन की कड़ी में बुधवार को जिले भर की आशा सहयोगिनियों ने जिला कलेक्टर पहुंच प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला फूंका.
प्रदर्शन कर रही आशा सहयोगिनियों की मांग है कि उनका मानदेय काफी कम है. मात्र 2500 रुपए दिया जा रहा है. जिसमें उनका घर चलाना काफी मुश्किल है. दो वक्त की चाय भी नहीं बन पाती. वे मांग करते हैं कि उन्हें 18 हजार का मानदेय दिया जाए. साथ ही उनका सरकारीकरण किया जाए. अन्यथा उनका आंदोलन जारी रहेगा.
यह भी पढ़ें: प्रदेशभर में बस ऑपरेटर्स का चक्का जाम...थमे 15 हजार बसों के पहिए
आंदोलन के चलते सरकार ने पिछले दिनों मात्र 200 रुपए बढ़ाए थे जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के समान था जिससे आशा सहयोगिनियों में और आक्रोश फैल गया और इसी आक्रोश का नतीजा था कि उन्होंने बुधवार को मुख्यमंत्री का पुतला फूंक कर अपना आक्रोश व्यक्त किया और साफ तौर पर चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती तब तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा.
हालांकि कई दिनों से आशा सहयोगिनी आंदोलन कर रही है लेकिन सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है. जिस तरह से उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है उसके बाद देखना होगा कि सरकार पर कोई असर होता है या नहीं.