हनुमानगढ़. जिले की नोहर विधानसभा के विधायक अमित चाचाण ने जयपुर में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया से मुलाकात कर क्षेत्र के फसल बीमा के लंबित प्रकरणों के निस्तारण की मांग की. लम्बे समय से हनुमानगढ़ क्षेत्र के किसानों को फसल बीमा योजना का क्लेम नहीं मिल रहा है. इसको लेकर विधायक ने इस संबंध में बिंदुवार मांग पत्र कृषि मंत्री को सौंपते हुए मांग की है कि फसल बीमा योजना अंतर्गत खरीफ 2019 के लिए कुछ किसानों के बैंक खाते बंद होने एवं आईएफसी कोड बदलने के कारण बीमा कंपनी की ओर से पात्र किसानों को बीमा क्लेम का आज तक भुगतान नहीं किया गया.
पढ़ें: राजस्थान में 80 लाख कर्मचारियों को वेतन कटौती के लिए मनाने की कवायद, इन अधिकारियों को दी जिम्मेदारी
विधायक ने कृषि मंत्री को बताया कि खरीफ 2020 का फसल बीमा क्लेम नोहर विधानसभा क्षेत्र का अभी तक नहीं आया है. जबकि अन्य स्थानों पर खरीफ 2020 के फसल बीमा क्लेम का भुगतान हो चुका है. इसके अलावा विधायक ने बताया कि खरीफ 2019 में 2016 कृषकों के लिए आंकड़े फसल बीमा पोर्टल पर कई चक गांव पटवार मंडल के मिसिंग होने के कारण पोर्टल पर अपलोड नहीं हो पाए थे. पोर्टल अपडेशन के पश्चात पुन: खुलवाए जाने के बाद जो आंकड़े अपलोड किए गए उन 2016 कृषकों को बीमा क्लेम के भुगतान बीमा कंपनी की ओर से आज तक नहीं किया गया. इस संबंध में बीमा कंपनी को पाबंद कर वंचित किसानों का फसल बीमा क्लेम दिलाया जाए.
विधायक अमित चाचाण ने बताया कि खरीफ 2019 में नोहर क्षेत्र के 10 पटवार मंडल के फसल कटाई प्रयोग पर बीमा कंपनी की ओर से मिथक आक्षेप लगाकर फसल बीमा क्लेम का भुगतान रोक दिया गया. इस संबंध में भी कंपनी को भुगतान के लिए पाबंद किया जाए. विधायक अमित चाचाण ने कृषि मंत्री को बताया कि खरीफ 2019 रबि 2019-20 में किसानों की ओऱ से ई मित्र के माध्यम से करवाई गई फसल बीमा की पॉलिसी को बीमा कंपनी ने कमियां निकाल कर सुनवाई नहीं करते हुए एक तरफा कार्रवाई की और बीमा पॉलिसियों को निरस्त कर दिया.
इस संबंध में भी जांच करवा कर बीमा कंपनी को पाबंद किया जाए. इसके अलावा 2018-19 में चक्रवात से हुई फसलों के नुकसान का क्लेम आज तक नहीं किया गया. वहीं 2019-20 में ओलावृष्टि से रबी की खड़ी फसलों के हुए नुकसान का भुगतान भी कृषकों को नहीं मिला है. कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने मौके पर ही इस संबंध में कृषि आयुक्त ओमप्रकाश को समस्याओं के अतिशीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए.