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हनुमानगढ़ की घग्गर नदी में जलस्तर बढ़ने से मंड़रा रहा बाढ़ का खतरा - सिंचाई विभाग

हनुमानगढ़ की घग्गर नदी में बीते दो दिनों से लगातार पानी बढ़ रहा है. इस समय नदी में 9 हजार क्यूसेक पानी पहुंचा है. इसमें से पांच हजार क्यूसेक पानी घग्गर नदी में छोड़ा गया है. वहीं 4 हजार क्यूसेक घग्गर डायवर्सन में किया गया है.

घग्गर नदी में जलस्तर बढ़ने से मडरा रहा बाढ़ का खतरा
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Published : Jul 23, 2019, 8:13 PM IST

हनुमानगढ़. घग्गर नदी पर बना कॉजवे डूब चुका है. इसके ऊपर से पानी बह रहा है. सबसे बड़ी समस्या पानी में आ रही केली की है, जिससे पानी का दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में कभी भी बाढ़ का खतरा बन सकता है. ऐसे में 5 हजार क्यूसेक पानी घग्गर और 4 हजार क्यूसेक पानी घग्घर डायवर्सन में छोड़ा गया है. भद्रकाली मंदिर के पास बने कॉजवे पर आवाजाही बंद कर दी गई है. वह पूरी तरह से डूब गया है. आस पास के लोग अपने स्तर पर केली निकाल रहे हैं.

वहीं लोगों का कहना है कि यहां पर प्रशासन बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. इसके चलते जो कच्चे बंधे हैं वे कभी भी टूट सकते हैं. इसके लिए बंदोबस्त किया जाना चाहिए. लोग अपने स्तर पर बचाव कार्य कर रहे हैं. प्रशासन को चाहिए की स्थिति को संभाले. ऐसे में अगर थोड़ा सा भी पानी बढ़ता है तो बाढ़ का खतरा बन सकता है.

घग्गर नदी में जलस्तर बढ़ने से मडरा रहा बाढ़ का खतरा

इस मामले में सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं. केली निकालने के लिए मशीनें लगा रखी हैं. स्थिति अभी खतरे से बाहर है. इसलिए डरने की बात नहीं है. घग्गर नदी पर पूरी तरह से बंदोबस्त किए गए हैं. सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है. ऐसे में अगर पानी थोड़ा अधिक आता है तो घग्गर नदी पर स्थिति खराब हो सकती है. इसमें केली सबसे बड़ा कारण हो सकता है. केली लगातार पानी में आ रही है. लेकिन उसे निकालने के माकूल बंदोबस्त नहीं है.

हनुमानगढ़. घग्गर नदी पर बना कॉजवे डूब चुका है. इसके ऊपर से पानी बह रहा है. सबसे बड़ी समस्या पानी में आ रही केली की है, जिससे पानी का दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में कभी भी बाढ़ का खतरा बन सकता है. ऐसे में 5 हजार क्यूसेक पानी घग्गर और 4 हजार क्यूसेक पानी घग्घर डायवर्सन में छोड़ा गया है. भद्रकाली मंदिर के पास बने कॉजवे पर आवाजाही बंद कर दी गई है. वह पूरी तरह से डूब गया है. आस पास के लोग अपने स्तर पर केली निकाल रहे हैं.

वहीं लोगों का कहना है कि यहां पर प्रशासन बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. इसके चलते जो कच्चे बंधे हैं वे कभी भी टूट सकते हैं. इसके लिए बंदोबस्त किया जाना चाहिए. लोग अपने स्तर पर बचाव कार्य कर रहे हैं. प्रशासन को चाहिए की स्थिति को संभाले. ऐसे में अगर थोड़ा सा भी पानी बढ़ता है तो बाढ़ का खतरा बन सकता है.

घग्गर नदी में जलस्तर बढ़ने से मडरा रहा बाढ़ का खतरा

इस मामले में सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं. केली निकालने के लिए मशीनें लगा रखी हैं. स्थिति अभी खतरे से बाहर है. इसलिए डरने की बात नहीं है. घग्गर नदी पर पूरी तरह से बंदोबस्त किए गए हैं. सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है. ऐसे में अगर पानी थोड़ा अधिक आता है तो घग्गर नदी पर स्थिति खराब हो सकती है. इसमें केली सबसे बड़ा कारण हो सकता है. केली लगातार पानी में आ रही है. लेकिन उसे निकालने के माकूल बंदोबस्त नहीं है.

Intro:हनुमानगढ़ की घग्गर नदी में पिछले 2 दिनों से लगातार पानी बढ़ रहा है वर्तमान में नगर में 9000 क्यूसेक पानी पहुंचा है इसमें से 5000 क्यूसेक पानी घर-घर बेड में छोड़ा गया है और 4000 क्यूसेक घघर डायवर्सन में छोड़ा गया है घग्गर नदी पर बना कॉज़ वे डूब चुका है जिसके ऊपर से पानी बह रहा है बड़ी समस्या पानी में आ रही केली की है जिससे पानी का दबाव बढ़ रहा है जिससे कभी भी बाढ़ का खतरा बन सकता है


Body:ऑटू हेड से छोड़े गए घग्घर में 9000 क्यूसेक पानी के बाद हनुमानगढ़ में घग्गर नदी में पानी बढ़ा है 5000 क्यूसेक पानी घग्गर बेड व 4000 क्यूसेक पानी घग्घर डायवर्सन में छोड़ा गया है भद्रकाली मंदिर के पास बने कॉज वे पर आवाजाही बंद कर दी गई है और वह पूरी तरह से डूब गया है कस्बे के आस पास के लोग अपने स्तर पर केली निकाल रहे हैं लोगों का कहना है कि यहां पर प्रशासन बिल्कुल भी गंभीर नहीं है इसके चलते जो कच्चे बंधे हैं वे टूट सकते हैं इसके लिए बंदोबस्त किया जाना चाहिए लोग अपने स्तर पर बचाव कार्य कर रहे हैं उनका कहना है कि प्रशासन को चाहिए स्थिति को संभाले अगर थोड़ा सा भी पानी पड़ता है तो बाढ़ का खतरा बन सकता है

वॉक्स-पॉक्स नागरिकों के साथ

वहीं इस मामले में सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं केली निकालने के लिए मशीनें लगा रखी है स्थिति अभी खतरे से बाहर नहीं है इसलिए डरने की बात नहीं है और घग्गर नदी पर पूरी तरह से बंदोबस्त किए गए हैं

बाईट: विनोद मित्तल,मुख्य अभियंता, सिंचाई विभाग


Conclusion:एलान की सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन जिस तरह से अगर पानी थोड़ा अधिक और आता है तो घग्गर नदी पर स्थिति खराब हो सकती है इसमें बड़ा हाथ होगा केली का ,केली लगातार पानी में आ रही है लेकिन उसे निकालने के माकूल बंदोबस्त नहीं है
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