हनुमानगढ़ः भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता पूनिया Tokyo Olympics 2020 के मैच में ऑस्ट्रेलिया के सामने दीवार बनकर अड़ी रहीं और टीम को जीत दिलाकर ही दम लिया. भारतीय महिला हॉकी टीम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है वो भी दिग्गज ऑस्ट्रेलिया को हराकर.
बता दें, ऑस्ट्रेलिया को कई पेनाल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन भारतीय डिफेंस और गोलकीपर सविता पूनिया ने गेंद को गोल पोस्ट से दूर रखा. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कई बार अपनी रणनीति बदली और भारतीय टीम को छकाने की कोशिश की, लेकिन फिर भी वह गोलकीपर से आगे नहीं जा पाई. विरोधी टीम के सामने सविता पूनिया दीवार बन कर डटी रहीं उनका खेल कमाल का था, जिसकी वजह से भारत की टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई.
यह भी पढ़ेंः 'चक दे इंडिया'...भारत के लिए दोहरी खुशी, पुरुषों के बाद महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में
सविता पूनिया का मूल गांव भादरा तहसील का झांसल गांव है, लेकिन लम्बे अरसे से उनका पूरा परिवार हरियाणा में रह रहा है और इनके पिता महिंदर सिंह पूनिया हरियाणा के जोधका गांव की PHC में कार्यरत हैं.
हनुमानगढ में सोशल मीडिया पर सविता पूनिया को बधाई देने के खूब मैसज वायरल हो रहे हैं. कहीं न कहीं लोगो में संशय भी है कि पूनिया हरियाणा से हैं या राजस्थान से, क्योंकि पूनिया ने अपनी ऑफिशियल सोशल साइट्स पर हरियाणा का लिखा हुआ है, लेकिन सविता पूनिया का मूल गांव हनुमानगढ़ की भादरा तहसील का झांसल गांव ही है.