हनुमानगढ़. कोरोना महामारी के चलते देश भर में लॉकडाउन है. इससे बचाव के लिए सरकार की ओर से गाइडलाइन में लोगों को अपने घरों में रहने और किसी के संपर्क में ना आने की अपील की गई है. वहीं कोरोना का भय इस कदर है कि सामान्य बीमारियों के मरीज को भी कोरोना के डर से निजी अस्पतालों में भर्ती नहीं कर रहे.
जिले के एक निजी अस्पताल में ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां अपने बीमार छोटे भाई को सामान ढोने वाले खुले रिक्शे में लेकर युवक अस्पताल पहुंचा तो चिकित्सकों ने उसे जवाब दे दिया. बड़ी उम्मीद के साथ कड़ी धूप में खुले रिक्शे में मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचे युवक का मन निराश हो गया और वो घर लौट गया.
पढ़ें- कोरोना से 20 दिन के नवजात की मौत, जयपुर के जेके लोन अस्पताल में था भर्ती
मरीज ने बताया कि उसके भाई का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा था. वहां तबीयत सही नहीं हुई, इस वजह से वह अपने बीमार भाई का इलाज कराने के लिए निजी अस्पताल लेकर आया था. लॉकडाउन की वजह से यातायात के साधन बंद हैं, इस वजह से मरीज को कड़ी धूप में खुले रिक्शे में बैठाकर 8 किलोमीटर लाना पड़ा.