हनुमानगढ़. जिले के टिब्बी में दो दिन पहले हुई वृद्धा की मौत के मामले में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों, परिजन और माकपा नेताओं ने टिब्बी थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया. आंदोलनकारी परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि टिब्बी पुलिस की मारपीट में वृद्धा बलवीर कौर की मौत हुई है.
पढ़ें- चंद रुपयों के लिए सौदागार बने चाचा और भाई, आहत युवती ने आत्महत्या का किया प्रयास
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने दो पक्षों के बीच हुई विवाद में पत्थरबाजी से मौत होने का बताकर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. आंदोलनकारियों की मांग है कि थानाधिकारी भूप सहारण का तबादला कर दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए और मृतका के परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए.
वहीं, गुरुवार को दूसरे दिन भी मृतका का शव हनुमानगढ़ जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखा हुआ है. साथ ही मांगें पूरी नहीं होने तक परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया है. ग्रामीणों और माकपा नेताओं ने गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में टिब्बी थाना पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया. धरना-प्रदर्शन में माकपा और डीवाईएफआई के कार्यकर्ता भी शामिल हुए. साथ ही शुक्रवार को बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है, जिसमें माकपा के दोनों विधायक भी शामिल होंगे.
इस प्रदर्शन के दौरान एसपी प्रीति जैन सहित पुलिस के आला अधिकारियों ने टिब्बी पहुंचकर आंदोलनकारियों से वार्ता की, लेकिन आंदोलनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे. जिससे वार्ता विफल हो गई.
वहीं, इस पूरे मामले में गुरुवार को एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें कुछ लोग पुलिस की गाड़ी पर पत्थर बरसा रहे हैं और पुलिस वहां से जान बचाकर भागती नजर आ रही है. बता दें कि मौके पर गए पुलिस अधिकारी शम्भू सिंह ने दूरभाष पर बताया था कि दो गुटों के लड़ाई-झगड़े की सूचना पर वे लोग वहां पहुंचे थे. जिस पर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
इसके बाद गिरफ्तार लोगों के परिजनों ने उनकी गाड़ी पर पत्थरबाजी शुरू कर दी तो वे जान बचाकर निकल आए. लेकिन पत्थरबाजी में एक वृद्धा को चोट लगी, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. परिजनों और आंदोलनकारियों ने वृद्धा की हत्या का आरोप उन पर मढ़ दिया है.