हनुमानगढ़. रेलवे स्टेशन के निरीक्षण दौरान उस समय अटपटी सी स्थिति हो गई, जब एक महिला कर्मी ने आकर अचानक से डीआरएम के पैर पकड़ लिए और बोली कि साहिब क्वार्टर की छत गिरने की कगार पर है. कोई बड़ा हादसा हो सकता है. अधिकारी है कि कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं. समस्या बताने पर कहते हैं कि क्वार्टर खाली करों. वहीं रेलवे कॉलोनी के निरीक्षण दौरान कर्मचारियों ने सड़क लेवल से क्वार्टर काफी नीचे होने की समस्या भी डीआरएम के सामने रखी.
साथ ही उनका कहना है कि पहले भी डीआरएम को लिखित में इस समस्या से अवगत करवा चुके हैं, लेकिन आजतक कोई समस्या का हल नहीं हुआ है और क्वार्टर का लेवल की समस्या इतनी गंभीर है कि उनकी बुजुर्ग माता तक को वे यहां नहीं रख सकते हैं क्योकि लेवल इतना ऊंचा-नीचा है, कि वे कमरे तक में नहीं घुस सकते हैं.
निरीक्षण के बाद मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए डीआरएम संजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उनका निरीक्षण करने का उद्देश्य है कि रेलवे और यात्रियों की क्या-क्या समस्याएं हैं, उन्हें दूर कर कैसे सुविधाओं में विस्तार किया जा सकता है. कौनसे नए प्रपोजल हैं, जो लाए जा सकते हैं. वहीं क्षतिग्रस्त क्वार्टर, सड़क लेवल और रेलवे बाउंड्री में चल रहे बालिका स्कूल में आ रही कई समस्याओं को लेकर डीआरएम ने आश्वासन दिया कि बजट की समस्या है.
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उन्होंने कहा कि सेकंड विंडो भी शुरू करवा दी जाएगी. वहीं रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल करने के सवाल पर डीआरएम एसके श्रीवास्तव ने कहा कि सांसद ने दूरभाष पर अवगत करवाया था. इसके बाद निर्माण कार्य में प्रयुक्त हो रही ईंटें और मसाला टेस्टिंग के लिए लैबोरेट्री में भिजवा दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी.