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राजस्थान-गुजरात रतनपुर बॉर्डर पर सख्ती का असर, पैदल सफर करने को मजबूर मुसाफिर - Total death due to corona in Rajasthan

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने बॉर्डर सील कर दिए है. ऐसे में बॉर्डर से केवल निगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट या फिर वैक्सीनेशन रिपोर्ट दिखाने के बाद ही एंट्री दी जा रही है. ऐसे में ऐसे यात्री जिनके पास कोई रिपोर्ट नहीं है, वे पैदल ही सफर करते हुए अपने घरों को लौट रहे हैं और उनकी मुश्किलें सरकार ने बढ़ा दी है.

राजस्थान हिंदी न्यूज, RTPCR negative report , Rajasthan Corona Guideline
राजस्थान-गुजरात रतनपुर बॉर्डर पर मजदूर पैदल कर रहे सफर
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Published : May 3, 2021, 7:27 PM IST

डूंगरपुर. देशभर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण कई राज्यों में एक बार फिर लॉकडाउन जैसे हालात बन रहे हैं. ऐसे में कई उद्योग धंधे और दिहाड़ी मजदूरी करने वालों के काम काज ठप्प हो चुके हैं. ऐसे में वे लोग एक बार फिर अपने घरों को लौटने लगे है. लेकिन बॉर्डर पर प्रवेश से पहले सख्ती और कोरोना जांच रिपोर्ट की प्रक्रिया के चलते ऐसे लोगों को परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है.

राजस्थान-गुजरात रतनपुर बॉर्डर पर मजदूर पैदल कर रहे सफर

राजस्थान-गुजरात के डूंगरपुर जिले में स्थित रतनपुर बॉर्डर पर प्रत्येक यात्री की सघन चैकिंग की जा रही है. पुलिस और चिकित्सा विभाग की ओर से बॉर्डर पर गुजरात, महाराष्ट्र या विभिन्न राज्यो से नए वाले प्रत्येक यात्री की 72 घंटे के अंदर की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट या फिर वेक्सिनेशन रिपोर्ट दिखाने के बाद ही एंट्री ढ़ी जा रही है. लेकिन ऐसे यात्री जिनके पास दोनों में से कोई नहीं है, उन्हें एंट्री नहीं मिल रही है.

पढ़ें - कोटा : रेलवे अंडरपास के निर्माण के दौरान हादसा, मिट्टी ढहने से 4 मजदूर दबे, 1 की मौत

ऐसे मुसाफिर घर जाने के लिए गुजरात में ही वाहनों से उतर जाते हैं और फिर पैदल ही राजस्थान में प्रवेश करते हुए घरों को जाने को मजबूर हैं. पैदल जाने वाले यात्रियों के किसी तरह की रिपोर्ट नहीं देखे जाने के कारण वे यात्री इस तरह का सफर कर रहे है. हालांकि पैदल सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बहुत ही कम है, लेकिन कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

डूंगरपुर. देशभर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण कई राज्यों में एक बार फिर लॉकडाउन जैसे हालात बन रहे हैं. ऐसे में कई उद्योग धंधे और दिहाड़ी मजदूरी करने वालों के काम काज ठप्प हो चुके हैं. ऐसे में वे लोग एक बार फिर अपने घरों को लौटने लगे है. लेकिन बॉर्डर पर प्रवेश से पहले सख्ती और कोरोना जांच रिपोर्ट की प्रक्रिया के चलते ऐसे लोगों को परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है.

राजस्थान-गुजरात रतनपुर बॉर्डर पर मजदूर पैदल कर रहे सफर

राजस्थान-गुजरात के डूंगरपुर जिले में स्थित रतनपुर बॉर्डर पर प्रत्येक यात्री की सघन चैकिंग की जा रही है. पुलिस और चिकित्सा विभाग की ओर से बॉर्डर पर गुजरात, महाराष्ट्र या विभिन्न राज्यो से नए वाले प्रत्येक यात्री की 72 घंटे के अंदर की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट या फिर वेक्सिनेशन रिपोर्ट दिखाने के बाद ही एंट्री ढ़ी जा रही है. लेकिन ऐसे यात्री जिनके पास दोनों में से कोई नहीं है, उन्हें एंट्री नहीं मिल रही है.

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ऐसे मुसाफिर घर जाने के लिए गुजरात में ही वाहनों से उतर जाते हैं और फिर पैदल ही राजस्थान में प्रवेश करते हुए घरों को जाने को मजबूर हैं. पैदल जाने वाले यात्रियों के किसी तरह की रिपोर्ट नहीं देखे जाने के कारण वे यात्री इस तरह का सफर कर रहे है. हालांकि पैदल सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बहुत ही कम है, लेकिन कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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